कोकिलदेव ने आमेर को कछवाहा राजवंश कब बनाया?
552 06311fdadd9ac741324be410a1. कोकिलदेव ने 1207 ईस्वी में आमेर को कछवाहा राजवंश की राजधानी बनाया। वह कछवाहा राजवंश के संस्थापक थे।
2. उन्होंने आमेर को एक शक्तिशाली राज्य में बदल दिया और इसे राजस्थान के सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक केंद्रों में से एक बना दिया।
बीकानेर के शासक रायसिंह का शासन काल था
510 06311f8b2f0d47409ab35e11cबीकानेर के शासक रायसिंह का शासन काल 1574 से 1612 तक था। वे बीकानेर के संस्थापक राव बीका के पुत्र राव कल्याणमल के पुत्र थे। राव कल्याणमल की मृत्यु के बाद रायसिंह को बीकानेर का शासक बनाया गया।
1527 में हुए खानवा के युद्ध में राणा सांगा व बाबर आमने-सामने थे। खानवा नामक यह स्थान वर्तमान में कहाँ स्थित है?
557 06305206329cb4630442bc0ac1. महाराणा सांगा उदयपुर में सिसोदिया राजपूत राजवंश के राजा थे।
2. महाराणा सांगा को "हिन्दूपत" कहा जाता था।
3. महाराणा सांगा ने मेवाड़ में 1509 से 1528 तक शासन किया था।
4. राणा सांगा एक बहादुर योद्धा व शासक थे, जो अपनी वीरता और उदारता के लिए प्रसिद्ध थे।
5. इन्होंने दिल्ली, गुजरात, व मालवा मुगल बादशाहों के आक्रमणों से अपने राज्य की बहादुरी से ऱक्षा की। उस समय के वह सबसे शक्तिशाली हिन्दू राजा थे।
7. महाराणा सांगा के शव का अंतिम संस्कार मांडलगढ़ में किया गया।
8. संग्राम सिंह प्रथम (राणा सांगा), मेवाड़ का शासक था।
9. वह एक उग्र राजपूत राजा थे जो अपने साहस और तप के लिए जाने जाते थे।
10. राणा सांगा राणा कुम्भा के पोते और राणा रायमल के पुत्र थे।
11. मुगल सम्राट बाबर ने 1527 में खानवा की लड़ाई (भरतपुर)में मेवाड़ के राणा सांगा के नेतृत्व में राजपूत सेना को हराया था।
12. बाबर ने उन्हें उस समय का सबसे महान भारतीय राजा बताया।
13. उन्हें उनके ही रईसों ने जहर दिया था और 1528 में कालपी में उनकी मृत्यु हो गई थी।
14. उनका उत्तराधिकारी उनका पुत्र रतन सिंह द्वितीय हुआ।
15. राणा सांगा के उपनाम में मानवों का खण्डहर (कई जख्मों की वजह से), सैनिकों का भग्नावेष, सिपाही का अंश, हिन्दुपत आदि शामिल हैं।