Rajasthan History Questions Practice Question and Answer

Q:

महाराणा प्रताप के दरबारी विद्वान जिसने मुहुर्त्तमाला ग्रन्थ की रचना की, वह था 

1078 0

  • 1
    चक्रपाणि मिश्र
    Correct
    Wrong
  • 2
    ताराचन्द
    Correct
    Wrong
  • 3
    रामा सान्दु
    Correct
    Wrong
  • 4
    माला सान्दु
    Correct
    Wrong
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  • Workspace

Answer : 1. "चक्रपाणि मिश्र"
Explanation :

महाराणा प्रताप के दरबारी विद्वान जिसने मुहुर्त्तमाला ग्रन्थ की रचना चक्रपाणि मिश्र ने की थी।


Q:

हुरडा सम्मेलन किस वर्ष आयोजित हुआ?

585 0

  • 1
    1734 ई.
    Correct
    Wrong
  • 2
    1740 ई.
    Correct
    Wrong
  • 3
    1804 ई.
    Correct
    Wrong
  • 4
    1757 ई.
    Correct
    Wrong
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Answer : 1. "1734 ई."
Explanation :

1. यह वर्ष 1734 में आयोजित किया गया था और जय सिंह और राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों के अन्य प्रमुख शासकों ने इसकी अध्यक्षता की थी।

2. बैठक का उद्देश्य विभिन्न राजपूत जनजातियों की सेनाओं को एकजुट करना और उनकी भूमि पर विदेशियों के बढ़ते आक्रमणों को देखना और जाँचना था।

3. उस समय की अवधि के दौरान, मराठों ने भी भूमि पर आक्रमण करना शुरू कर दिया और प्रमुखता हासिल कर रहे थे।

4. राजपूत नेताओं ने जल्द ही महसूस किया कि मुगल शक्ति मराठा विस्तार का विरोध करने में असमर्थ थी और उन्होंने मराठों के खिलाफ एकजुट राजपुताना मोर्चा की शर्तों पर चर्चा करने के लिए हुरडा में एक सम्मेलन आयोजित करने का फैसला किया।

5. लंबे समय तक विचार-विमर्श के बाद, 17 जुलाई 1734 को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।

Q:

कौन - सा कारण हुरड़ा सम्मेलन बुलाने के लिए उत्तरदायी था? 

657 0

  • 1
    सामाजिक सुधार
    Correct
    Wrong
  • 2
    मुस्लिम आक्रमण
    Correct
    Wrong
  • 3
    मराठा आक्रमण
    Correct
    Wrong
  • 4
    पिण्डारी आक्रमण
    Correct
    Wrong
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Answer : 3. "मराठा आक्रमण "
Explanation :

1. यह वर्ष 1734 में आयोजित किया गया था और जय सिंह और राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों के अन्य प्रमुख शासकों ने इसकी अध्यक्षता की थी।

2. बैठक का उद्देश्य विभिन्न राजपूत जनजातियों की सेनाओं को एकजुट करना और उनकी भूमि पर विदेशियों के बढ़ते आक्रमणों को देखना और जाँचना था।

3. उस समय की अवधि के दौरान, मराठों ने भी भूमि पर आक्रमण करना शुरू कर दिया और प्रमुखता हासिल कर रहे थे।

4. राजपूत नेताओं ने जल्द ही महसूस किया कि मुगल शक्ति मराठा विस्तार का विरोध करने में असमर्थ थी और उन्होंने मराठों के खिलाफ एकजुट राजपुताना मोर्चा की शर्तों पर चर्चा करने के लिए हुरडा में एक सम्मेलन आयोजित करने का फैसला किया।

5. लंबे समय तक विचार-विमर्श के बाद, 17 जुलाई 1734 को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।

Q:

श्री मोतीलाल तेजावत द्वारा एकी आंदोलन की शुरुआत कहाँ से की गई?

848 0

  • 1
    उदयपुर
    Correct
    Wrong
  • 2
    मातृकुण्डिया
    Correct
    Wrong
  • 3
    नीमड़ा
    Correct
    Wrong
  • 4
    डूंगरपुर
    Correct
    Wrong
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  • Workspace

Answer : 2. " मातृकुण्डिया"
Explanation :

1. तेजावत जी ने सर्वप्रथम चितौड़ जिले के मातृकुण्डिया नामक स्थान पर सन् 1921 में एकी आंदोलन का सूत्रपात किया। 

2. मोतीलाल तेजावत जन्म सन् 1886 में उदयपुर जिले के कोल्यारी गांव में हुआ था। तेजावत हिन्दी, उर्दू एवं गुजराती भाषाओं के अच्छे ज्ञाता थे। 

3. वैशाख पूर्णिमा के दिन आप हजारों किसानों के साथ उदयपुर आकर महाराणा फतहसिंह से मिले व आपने महाराणा को 21 कलमें लगान, बेगार संबंधी प्रस्तुत की जिसमें से महाराणा ने 18 कलमें माफ कर दी।

Q:

मोतीलाल तेजावत ने भीलों का आंदोलन कहाँ से शुरू किया?

586 0

  • 1
    सिरोही
    Correct
    Wrong
  • 2
    झाडोल
    Correct
    Wrong
  • 3
    भूला
    Correct
    Wrong
  • 4
    बलोरिया
    Correct
    Wrong
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Answer : 2. "झाडोल"
Explanation :

1. मोतीलाल तेजावत को भील क्षेत्र में बावजी नाम से जाना जाता हैं।

2. मोतीलाल तेजावत एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, आदिवासी नेता और समाज सुधारक थे। उन्हें "आदिवासियों का मसीहा" के रूप में जाना जाता है।

3 तेजावत का जन्म 1886 में राजस्थान के उदयपुर जिले के कोलियारी गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही प्राप्त की। बाद में, उन्होंने झाड़ोल ठिकाने में एक स्थानीय जागीदार के यहां कामदार का कार्य किया।

4. मोतीलाल तेजावत ने राजस्थान में 'एकी आंदोलन का उद्घाटन किया जिसकी की शुरुआत 1921 में हुई थी।

Q:

एकी आन्दोलन की शुरुआत 1921 ई. मोतीलाल तेजावत ने कहाँ से शुरू की थी?

608 0

  • 1
    देवलिया
    Correct
    Wrong
  • 2
    सांवलिया
    Correct
    Wrong
  • 3
    मण्डफिया
    Correct
    Wrong
  • 4
    मातृकुण्डिया
    Correct
    Wrong
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  • Workspace

Answer : 4. "मातृकुण्डिया "
Explanation :

1. मोतीलाल तेजावत को भील क्षेत्र में बावजी नाम से जाना जाता हैं।

2. मोतीलाल तेजावत एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, आदिवासी नेता और समाज सुधारक थे। उन्हें "आदिवासियों का मसीहा" के रूप में जाना जाता है।

3 तेजावत का जन्म 1886 में राजस्थान के उदयपुर जिले के कोलियारी गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही प्राप्त की। बाद में, उन्होंने झाड़ोल ठिकाने में एक स्थानीय जागीदार के यहां कामदार का कार्य किया।

4. मोतीलाल तेजावत ने राजस्थान में 'एकी आंदोलन का उद्घाटन किया जिसकी की शुरुआत 1921 में हुई थी।

Q:

विजयसिंह पथिक ने किस समाचार पत्र के माध्यम से बिजौलिया किसान आन्दोलन का प्रचार पूरे भारत में कर दिया था?

510 0

  • 1
    नवीन राजस्थान
    Correct
    Wrong
  • 2
    तरुण राजस्थान
    Correct
    Wrong
  • 3
    युगान्तर
    Correct
    Wrong
  • 4
    प्रताप
    Correct
    Wrong
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  • Workspace

Answer : 4. "प्रताप"
Explanation :

1. विजय सिंह पथिक, जिन्हें राष्ट्रीय पथिक के रूप में जाना जाता है, एक भारतीय क्रांतिकारी थे। उनका असली नाम भूप सिंह था।

2. वे पहले भारतीय क्रांतिकारियों में से थे जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ स्वतंत्रता आंदोलन की मशाल जलाई थी।

3. मोहनदास करमचंद गांधी द्वारा सत्याग्रह आंदोलन शुरू करने से बहुत पहले, पथिक ने बिजोलिया के किसान आंदोलन के दौरान सत्याग्रह आंदोलन का प्रयोग कर लिया था।

4. विजयसिंह पथिक ने प्रताप समाचार पत्र के माध्यम से बिजौलिया किसान आन्दोलन का प्रचार पूरे भारत में कर दिया था?

Q:

निम्नलिखित में से कौनसा बनास संस्कृति का स्थल नहीं है?

499 0

  • 1
    गिलुण्ड
    Correct
    Wrong
  • 2
    बालाथल
    Correct
    Wrong
  • 3
    तिलवाड़ा
    Correct
    Wrong
  • 4
    ओझियाना
    Correct
    Wrong
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  • Workspace

Answer : 3. "तिलवाड़ा"
Explanation :

1. राजस्थान की 'बनास संस्कृति' ताम्रपाषाण काल से सम्बंधित है। 

2. बनास संस्कृति (2600 ईसा पूर्व - 1900 ईसा पूर्व): यह दक्षिण-पूर्व राजस्थान में बनास नदी की घाटी में विकसित हुई। इसकी प्रमुख स्थली यूक्रेन के बाहरी इलाके में अहार स्थित है, इसलिए इसे अहार संस्कृति के नाम से भी जाना जाता है।

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