Rajasthan Art History and Culture Practice Question and Answer

Q:

क्षेत्रफल के हिसाब से राजस्थान का सबसे बड़ा जिला कौन सा है?

836 0

  • 1
    बाड़मेर
    Correct
    Wrong
  • 2
    जैसलमेर
    Correct
    Wrong
  • 3
    बिकानेर
    Correct
    Wrong
  • 4
    जोधपुर
    Correct
    Wrong
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  • Workspace

Answer : 2. "जैसलमेर"
Explanation :

भारतीय राज्य राजस्थान को प्रशासनिक उद्देश्यों के लिए 33 जिलों में विभाजित किया गया है। क्षेत्रफल की दृष्टि से जैसलमेर राजस्थान का सबसे बड़ा जिला है। यह 38401 वर्ग किमी क्षेत्रफल के साथ राजस्थान का सबसे बड़ा जिला है।


Q:

श्री देवनारायण किसके साथ विवाहित थे?

832 0

  • 1
    सिस्टम
    Correct
    Wrong
  • 2
    भंवरी देवी
    Correct
    Wrong
  • 3
    पीपलदे
    Correct
    Wrong
  • 4
    प्रेम देवी
    Correct
    Wrong
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Answer : 4. "प्रेम देवी"
Explanation :

1. भगवान विष्णु का अवतार कहे जाने वाले गुर्जर जाति के आराध्य देव भगवान श्री देवनारायण जी का जन्म विक्रम संवत 968 माघ शुक्ल की सप्तमी के दिन मालासेरी में हुआ था, इनके पिताजी का नाम सवाई भोज एवं माँ का नाम साढू था, इस कारण इन्हें साढू माता का लाल भी कहा जाता हैं।

2. बचपन में देवजी का नाम उदय सिंह था, इनका विवाह राजकुमारी पीपल दे एवं दो अन्य रानियों नाग कन्या और दैत्य कन्या के साथ हुआ था. इनके एक बेटा बीला जो बाद में प्रथम पुजारी भी बने तथा बेटी का नाम बीली था।

Q:

गणगौर का त्यौहार किस तिथि को मनाया जाता है?

828 0

  • 1
    चैत्र कृष्ण प्रतिपदा
    Correct
    Wrong
  • 2
    चैत्र शुक्ल तृतीया
    Correct
    Wrong
  • 3
    चैत्र शुक्ल पंचमी
    Correct
    Wrong
  • 4
    चैत्र कृष्ण तृतीया
    Correct
    Wrong
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  • Workspace

Answer : 2. "चैत्र शुक्ल तृतीया"

Q:

राजस्थानी शब्द "डबड़ी " का संबंध है 

828 0

  • 1
    दूध निकलने का पात्र
    Correct
    Wrong
  • 2
    दूध को गर्म करने का पात्र
    Correct
    Wrong
  • 3
    पानी भरने का पात्र
    Correct
    Wrong
  • 4
    घी रखने का पात्र
    Correct
    Wrong
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  • Workspace

Answer : 1. "दूध निकलने का पात्र "

Q:

पाबूजी की घोड़ी का नाम क्या था?

828 0

  • 1
    लिलम
    Correct
    Wrong
  • 2
    मूमल
    Correct
    Wrong
  • 3
    केसर कलमी
    Correct
    Wrong
  • 4
    पेमल
    Correct
    Wrong
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Answer : 3. "केसर कलमी"
Explanation :

1. पाबूजी का जन्म 1239 ईस्वी को कोलू (वर्तमान बाड़मेर, राजस्थान) में हुआ था। उनके पिता का नाम धांधल जी राठौड़ था। धांधल जी राठौड़ की चार संताने थी जिनमें से उनके दो पुत्र और दो पुत्रियां थी। उनके पुत्रों के नाम पाबूजी व बूरा थे तथा उनकी पुत्रियों के नाम सोना व पेमा था।

2. इतिहासकार मुहणौत नैणसी, महाकवि मोडजी आशिया व क्षेत्रीय लोगों के अनुसार, पाबूजी राठौड़ का जन्म अप्सरा के गर्भ से हुआ था। उनके अनुसार पाबूजी का जन्म स्थान वर्तमान बाड़मेर शहर से 8 कोस आगे खारी खाबड़ के जूना नामक गांव था।

3. पाबूजी का पूजा स्थल कोलू (फलोदी) में है। यहां कोलू में ही प्रतिवर्ष उनका मेला भी भरता है। क्योंकि वे अपने विवाह के बीच में उठकर गायों को बचाने गए थे जिसकी वजह से उन्हें दूल्हे के वस्त्रों में दिखाया जाता है। उनका प्रतीक चिन्ह हाथ में भाला लिए अश्वारोही के रूप में प्रचलित है।

4. पाबूजी को ग्रामीण लोग लक्ष्मण जी का अवतार मानते हैं और लोकदेवता के रूप में पूजते हैं। जनमानस पाबूजी को ऊँटो के देवता के रूप में भी पूजती है।

5. पाबूजी की घोड़ी का नाम केसर कालमी था।

Q:

प्रसिद्ध कैला देवी मेला कहाँ पर आयोजित किया जाता है?

826 0

  • 1
    भरतपुर
    Correct
    Wrong
  • 2
    टोंक
    Correct
    Wrong
  • 3
    दोसा
    Correct
    Wrong
  • 4
    करौली
    Correct
    Wrong
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  • Workspace

Answer : 4. "करौली"
Explanation :

राजस्थान के सबसे प्रतिष्ठित मेलों में से एक, कैला देवी मेला करौली में कैला देवी के मंदिर में आयोजित किया जाता है। यह मंदिर राजस्थान के करौली जिले में कालीसी नदी के तट पर स्थित है। कैला देवी मेला हिंदू माह चैत्र में आयोजित किया जाता है जो मार्च या अप्रैल में होता है।


Q:

श्री देवनारायण के पिता का नाम क्या था?

825 0

  • 1
    जय सिंह
    Correct
    Wrong
  • 2
    मानसिंह
    Correct
    Wrong
  • 3
    विरम देव
    Correct
    Wrong
  • 4
    सवाई भोज
    Correct
    Wrong
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  • Workspace

Answer : 4. "सवाई भोज"
Explanation :

1. भगवान विष्णु का अवतार कहे जाने वाले गुर्जर जाति के आराध्य देव भगवान श्री देवनारायण जी का जन्म विक्रम संवत 968 माघ शुक्ल की सप्तमी के दिन मालासेरी में हुआ था, इनके पिताजी का नाम सवाई भोज एवं माँ का नाम साढू था, इस कारण इन्हें साढू माता का लाल भी कहा जाता हैं।

2. बचपन में देवजी का नाम उदय सिंह था, इनका विवाह राजकुमारी पीपल दे एवं दो अन्य रानियों नाग कन्या और दैत्य कन्या के साथ हुआ था. इनके एक बेटा बीला जो बाद में प्रथम पुजारी भी बने तथा बेटी का नाम बीली था।

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