Rajasthan Art History and Culture प्रश्न और उत्तर का अभ्यास करें
8 प्र: राजस्थान के प्रमुख संत तथा उनके द्वारा स्थापित सम्प्रदायों के सम्बन्ध में कौन से युग्म सही हैं?
A. रामचरणजी - राम स्नेही सम्प्रदाय (शाहपुरा)
B. लालगिरिजी - अलखिया सम्प्रदाय
C. हरिदासजी - निरंजनी सम्प्रदाय
D. संतदासजी - गूदंड़ सम्प्रदाय
अपने उत्तर निम्न कूटों की सहायता से दीजिए :
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62a0888c94471d207367d42e- 1मात्र A और C सही हैं।false
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- 4A , B , C और D सभी युग्म सही हैं।true
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उत्तर : 4. "A , B , C और D सभी युग्म सही हैं। "
व्याख्या :
सभी युग्म सही हैं।
A. रामचरणजी - राम स्नेही सम्प्रदाय (शाहपुरा)
B. लालगिरिजी - अलखिया सम्प्रदाय
C. हरिदासजी - निरंजनी सम्प्रदाय
D. संतदासजी - गूदंड़ सम्प्रदाय
प्र: सेन (नाई) समाज की कुलदेवी के रूप में प्रसिद्ध लोक - देवी कौन हैं?
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62a087e394471d207367d27a- 1शीतला माताfalse
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उत्तर : 4. "नारायणी माता "
व्याख्या :
1. राजस्थान में लोक देवी—देवताओं के कई प्रसिद्ध मंदिर हैं।
2. इनमें करणी माता, जीण माता, भृतहरि जी, गोगा जी, पाबूजी और नारायणी माता आदि प्रमुख हैं।
3. नारायणी माता का मंदिर इस खास वजह से प्रसिद्ध है, क्योंकि सैन समाज इसे अपनी कुलदेवी मानता है।
4. अलवर जिले में विश्वप्रसिद्ध भानगढ़ के किले से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर नारायणी माता का मन्दिर स्थित है।
प्र: निम्न में से कौन दादू पंथ की शाखाओं में सम्मिलित नहीं है?
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62a08737cae9f820bae56bb6- 1विरक्तfalse
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उत्तर : 3. "गौड़ीय "
व्याख्या :
दादू पंथ की शाखाएं
दादूजी की मृत्यु के बाद दादू पंथ 6 शाखाओं में बंट गया था, जो निम्न हैं।
1. खालसा - यह दादू सम्प्रदाय की प्रधान पीठ नरैना से सम्बद्ध है। इस शाखा के मुखिया इनके पुत्र गरीबदास जी थे।
2. नागा - दादू सम्प्रदाय में नागापंथ की स्थापना संत सुन्दरदास जी ने की। नागा साधु अपने साथ हथियार रखते थे तथा जयपुर राज्य में दाखिली सैनिक के रूप में कार्य करते थे। जब इनके आतंक से जनता परेशान हो गई तो सवाई जयसिंह ने एक नियम बनाकर इनके शस्त्र रखने पर पाबंदी लगा दी।
3. विरक्त - ये रमते-फिरते दादू पंथी साधु थे जो गृहस्थियों को आदेश देते थे।
4. खाकी - ये शरीर पर भस्म लगाते थे तथा खाकी वस्त्र पहनते थे।
5. उत्तरादे - जो राजस्थान छोड़कर उत्तरी भारत की ओर चले गए थे।
6. निहंग - वे साधु जो घुमन्तु थे।
प्र: 'शक्कर पीर बाबा' के नाम से प्रसिद्ध हज़रत हाज़िब शक्कर बादशाह की दरगाह स्थित है
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62a0810094471d207367b253- 1नागौरfalse
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उत्तर : 2. "नरहड "
व्याख्या :
1. 'शक्कर पीर बाबा' के नाम से प्रसिद्ध हज़रत हाज़िब शक्कर बादशाह की दरगाह स्थित है।
2. इस दरगाह पर हर साल कृष्ण जन्माष्टमी के दिन विशाल मेला लगता है। इस मेले में हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग बड़ी संख्या में शामिल होते हैं। इस मेले में कव्वाली, भजन, और लंगर का आयोजन किया जाता है।
प्र: 1857 के विद्रोह का कोटा में नेतृत्व किसने कि था?
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61ef8cbb453a0961358c3aab- 1श्रवण सिंह और जयवीरfalse
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- 3राम सिंह और तख्त सिंहfalse
- 4जय दयाल और मेहराब खांtrue
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उत्तर : 4. "जय दयाल और मेहराब खां"
व्याख्या :
1. कोटा के विद्रोही बलों ने दो अधिकारियों महराब खान और जयदयाल कायाशियों के नेतृत्व में विद्रोह किया।
2. लाला जयदयाल 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रसिद्ध क्रांतिकारी थे।
3. 15 अक्टूबर 1857 को कोटा ने राज्य में अंग्रेजों के खिलाफ क्रांति का नेतृत्व किया।
4. इसमें मेजर बर्टन की मौत हो गई और रेजीडेंसी पर क्रांतिकारियों का कब्जा हो गया।
5. 17 सितंबर 1860 को लाला जयदयाल और महराब खान को कोटा एजेंसी की ओर से उसी स्थान पर फांसी दी गई, जहां उन्होंने मेजर बर्टन की हत्या की थी।
प्र: किस गढ़ के लिए कर्नल जेम्स टॉड ने कहा था, "यदि उन्हें राजस्थान में एक जागीर की पेशकश की जाए , तो वह इस गढ़ को चुनेंगे?"
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61ef9159c27fce61614889a5- 1चित्तौड़गढ़false
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उत्तर : 2. " भैंसरोड़गढ़ "
व्याख्या :
1. कर्नल जेम्स टॉड ने कहा था कि यदि उन्हें राजस्थान में एक जागीर की पेशकश की जाए, तो वह भैंसरोड़गढ़ का गढ़ चुनेंगे। भैंसरोड़गढ़ गढ़ राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित है। यह एक प्राचीन और ऐतिहासिक गढ़ है जो अपनी सुंदरता और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है।
2. टॉड एक ब्रिटिश इतिहासकार और राजनयिक थे जिन्होंने राजस्थान के इतिहास और संस्कृति पर कई पुस्तकें लिखीं। उन्होंने भैंसरोड़गढ़ गढ़ को "राजस्थान का स्वर्ग" कहा। उन्होंने कहा कि यह गढ़ "अपनी सुंदरता, प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के लिए एक अनूठा स्थान है।"
प्र: 'पलाण' क्या है ?
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61ef8f03c27fce6161486125- 1एक लोक वाद्य यंत्रfalse
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उत्तर : 3. "ऊँट पर रखी जाने वाली काठी "
व्याख्या :
1. राजस्थानी भाषा में, "पलाण" का अर्थ है "ऊंट पर रखी जाने वाली काठी"। यह एक लकड़ी या धातु का बने होता है, और इसमें ऊंट के पीठ पर सवार होने के लिए एक स्थान होता है। पलाण में आमतौर पर एक पीठ, एक गद्दा, और एक लगाम होती है। पलाण ऊंटों को सवारी, माल ढोने, या दोनों के लिए उपयोग किया जाता है।
2. पांच सौ ऊंटों के मालिक को (पचसदी) कहा जाता है।
3. ऊँट पर लदी घास की गठरी (टाली) कहलाती है।
4. पालने के लिए ऊंट की पीठ पर (पलाण) बांधा जाता है।
5. ऊंट की शोभा बढ़ाने के लिए गायों का गोरबंध पहनाया जाता है।
6. मारवाड़ी में ऊंट के बैठने को (झैकणा) कहा जाता है।
प्र: मानगढ़ नरसंहार कब हुआ था?
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61ef8c0991d64148db432b3e- 117 नवंबर,1913true
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उत्तर : 1. "17 नवंबर,1913 "
व्याख्या :
1. गुजरात-राजस्थान सीमा पर स्थित मानगढ़ पहाड़ी को आदिवासी जलियाँवाला के नाम से भी जाना जाता है।
2. 17 नवंबर, 1913 को मानगढ़ (बाँसवाड़ा, राजस्थान) में एक भयानक त्रासदी हुई जिसमें 1,500 से अधिक भील आदिवासी मारे गए।
3. गुरु भील और गरासिया आदिवासी समुदायों के बीच एक महान नेतृत्त्वकर्त्ता थे, एक ऐसे व्यक्ति जिन्होंने हज़ारों आदिवासियों को अपने दम पर एकजुट किया। तात्कालिक मानगढ़, वर्तमान राजस्थान के उदयपुर, डूँगरपुर और बाँसवाड़़ा, गुजरात के इडर तथा मध्य प्रदेश का मालवा के सीमांत क्षेत्र को कवर करता है।