सुप्रीम कोर्ट ने 18 जुलाई, 2022 को अपनी रजिस्ट्री को वैवाहिक मुकदमेबाजी में फंसे व्यक्तियों के व्यक्तिगत विवरण को हटाने के लिए एक तंत्र तैयार करने का आदेश दिया। यह निर्णय किस अधिकार को 'निजता के अधिकार' के भाग के रूप में मान्यता देने के लिए लिया गया था?
409 0647dea65bf323e479a8cda21वैवाहिक मुकदमेबाजी में शामिल व्यक्तियों के व्यक्तिगत विवरण को हटाने का सुप्रीम कोर्ट का निर्णय "भूल जाने का अधिकार" की अवधारणा से संबंधित है, जो निजता के अधिकार का एक हिस्सा है। यह अधिकार व्यक्तियों को उनकी गोपनीयता और गरिमा को बनाए रखते हुए, ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म और अन्य रिकॉर्ड से उनकी व्यक्तिगत जानकारी को हटाने का अनुरोध करने की अनुमति देता है यदि वह जानकारी पुरानी हो गई है या अब प्रासंगिक नहीं है।
भारतीय संविधान का कौन सा अनुच्छेद उच्च न्यायालय को नागरिकों के मौलिक अधिकारों के प्रवर्तन के लिए रिट जारी करने का अधिकार देता है?
461 064412a290d865d025e623482भारतीय संविधान का अनुच्छेद 226 भारत में उच्च न्यायालयों को नागरिकों के मौलिक अधिकारों के प्रवर्तन के साथ-साथ किसी अन्य उद्देश्य के लिए बंदी प्रत्यक्षीकरण, परमादेश, निषेध, यथा वारंटो और सर्टिओरारी सहित रिट जारी करने का अधिकार देता है। यह अनुच्छेद उच्च न्यायालयों को अपने संबंधित राज्यों में मौलिक अधिकारों की रक्षा और लागू करने की शक्ति प्रदान करता है।
भारतीय संविधान का कौन सा अनुच्छेद किसी भी भारतीय नागरिक के खिलाफ विभिन्न आधारों पर भेदभाव से संबंधित है?
483 06438f6355e6b046f1bfb971eभारतीय संविधान का अनुच्छेद 15 धर्म, मूलवंश, जाति, लिंग या जन्म स्थान के आधार पर किसी भी नागरिक के खिलाफ भेदभाव के निषेध से संबंधित है। इसमें कहा गया है कि राज्य किसी भी नागरिक के खिलाफ केवल धर्म, मूलवंश, जाति, लिंग या जन्म स्थान के आधार पर भेदभाव नहीं करेगा।
छोटेराज्यों के कुछ अपवादोंके अतिरिक्त, राज्य विधान सभा में सदस्यों की संख्या _________ होती है।
416 06419b9599d18d2e8aefbc0f1भारत में राज्य विधान सभा में छोटे राज्यों को छोड़कर, सदस्यों की संख्या 60 से 500 है। सदस्यों की संख्या अलग-अलग राज्यों में उनकी जनसंख्या के आधार पर भिन्न-भिन्न होती है।
भारतीय संविधान में मौलिक अधिकारों की विशेषता _______ के संविधान से उधार ली गई है।
417 06419b0a9fb0ff69a8ee98541भारतीय संविधान में मौलिक अधिकारों की विशेषता को संयोजन की गई है जो संयुक्त राज्य अमेरिका के संविधान (United States of America) से उधारी गई है। भारतीय संविधान में, जो कि भाग III में (अनुच्छेद 12 से 35 तक) उल्लिखित हैं, की मौलिक अधिकार संयुक्त राज्य अमेरिका के संविधान में उल्लिखित अधिकारों के समान हैं।
मार्च 2022 तक भारतीय संविधान में भारतीय नागरिकों के कितने मौलिक कर्तव्य हैं?
535 064106df1539cee0fcaba87d5मेरे पिछले अपडेट समय सीमा सितंबर 2021 थी, तब भारतीय संविधान में 11 मौलिक कर्तव्य (fundamental duties) की चर्चा है, जो 1976 में 42वीं संशोधन (42nd Amendment Act) के द्वारा जोड़े गए थे। हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि आप उप-to-डेट कानूनी स्रोतों से सत्यापन करें, क्योंकि संविधानिक संशोधन हो सकते हैं, जिनसे इन कर्तव्यों की संख्या या सामग्री में परिवर्तन हो सकता है, मेरे पिछले अपडेट के बाद।
संपत्ति के अधिकार की अब क्या स्थिति है?
576 0638f2fb234f83f147297de9bभारत में संपत्ति का अधिकार भारतीय संविधान के अनुच्छेद 300-ए के तहत कानूनी अधिकार के रूप में मान्यता प्राप्त है। इसका मतलब है कि व्यक्तियों को संपत्ति रखने और उपयोग करने का अधिकार है, और कानून के अधिकार के अलावा उन्हें उनकी संपत्ति से वंचित नहीं किया जा सकता है। हालाँकि, यह अब मौलिक अधिकार नहीं है, जिसका अर्थ है कि सरकार संपत्ति के स्वामित्व पर उचित प्रतिबंध लगा सकती है। जबकि व्यक्तियों को अपनी संपत्ति के लिए कानूनी सुरक्षा प्राप्त है, यह कानून द्वारा परिभाषित कुछ सीमाओं के अधीन है।