Rajasthan GK Questions प्रश्न और उत्तर का अभ्यास करें
8 प्र: राजस्थान की बारहमासी नदी कौनसी है?
1625 05e4399ad630c752c2a63aec6
5e4399ad630c752c2a63aec6- 1बनास,चम्बलfalse
- 2चम्बल,बाणगंगाfalse
- 3चम्बलtrue
- 4चम्बल, काली सिंधfalse
- उत्तर देखें
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 3. "चम्बल"
व्याख्या :
1. चंबल नदी मध्य भारत में बहने वाली एक प्रमुख नदी है। यह नदी मुख्य रूप से मध्य प्रदेश में बहती है, लेकिन इसका कुछ बहाव राजस्थान और उत्तर प्रदेश राज्यों में भी होता है। चंबल नदी यमुना नदी की सहायक नदी है।
2. चंबल नदी का उद्गम मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के जनापाव पर्वत से होता है। यह नदी उत्तर की ओर बहती है और राजस्थान के चित्तौड़गढ़, धौलपुर और सवाई माधोपुर जिलों से होकर गुजरती है। इसके बाद यह नदी मध्य प्रदेश के धार, उज्जैन, रतलाम, मंदसौर, भिंड और मुरैना जिलों से होकर बहती है। अंत में, यह नदी उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में यमुना नदी में मिल जाती है।
3. चंबल नदी की लंबाई लगभग 960 किलोमीटर है। यह नदी यमुना नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी है। चंबल नदी का जलग्रहण क्षेत्र लगभग 72,000 वर्ग किलोमीटर है।
4. चंबल नदी का जल का उपयोग सिंचाई, जलविद्युत उत्पादन और जल परिवहन के लिए किया जाता है। चंबल नदी पर चार प्रमुख बांध बनाए गए हैं, जिनमें गांधी सागर बांध (मध्य प्रदेश), राणा प्रताप सागर बांध, जवाहर सागर बांध और कोटा बैराज (राजस्थान) शामिल हैं। इन बांधों से सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जाता है और जलविद्युत भी उत्पन्न की जाती है।
प्र: चम्बल और माही बेसिन में पाई जाने वाली मिट्टी है
1726 05f718b65a921aa16e6794f96
5f718b65a921aa16e6794f96- 1भूरी बुलईfalse
- 2भूरी दोमटfalse
- 3काली मिट्टीtrue
- 4काँप मिट्टीfalse
- उत्तर देखें
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 3. "काली मिट्टी "
व्याख्या :
वर्टीसोल (काली मिट्टी):
- इसमें अत्यधिक क्ले उपस्थित होने के कारण इसमें मटियारी मिट्टी की विशेषताएं पाई जाती है।
- इसका विस्तार झालावाड़, कोटा, बूंदी, बांरा जिलों में है।
प्र: ‘लूनी बेसिन’ राजस्थान के किस विस्तृत भूआकृतिक विभाग का एक भाग है?
3260 05e6f6d7c7981157db2c10375
5e6f6d7c7981157db2c10375- 1अरावली पहाड़ी प्रदेशfalse
- 2दक्षिण - पूर्वी पठारtrue
- 3पूर्वी मैदानfalse
- 4पश्चिमी मरुस्थलfalse
- उत्तर देखें
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 2. "दक्षिण - पूर्वी पठार "
व्याख्या :
गोडवाड़ जालोर, सिरोही और राजस्थान के पाली जिलों के दक्षिणी भाग को कवर करता है। सुकरी नदी और उसकी सहायक नदियाँ इस क्षेत्र से होकर बहती हैं और पश्चिम दिशा में बहती हुई लूनी नदी में मिल जाती हैं इससे पहले कि वह कच्छ के रन में निकल जाए। पश्चिम बनास नदी इस क्षेत्र के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में जाती है।
प्र: ‘वालरा’ पद्धति जो कि पर्यावरणीय अवनयन का कारण है, का एक प्रकार है -
811 0619cf15472ad883de23c601f
619cf15472ad883de23c601f- 1प्राकृतिक वनस्पतिfalse
- 2जंगली जानवरfalse
- 3कृषिtrue
- 4चिकित्सकीय उपचारfalse
- उत्तर देखें
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 3. "कृषि"
व्याख्या :
वालरा कृषि एक प्रकार की स्थानांतरित कृषि है, जिसमें भूमि का उपयोग कुछ वर्षों के लिए किया जाता है और बाद में मिट्टी में उर्वरता की कमी और बीमारियों के कारण छोड़ दी जाती है। यह कृषि आदिम जनजातियों द्वारा की जाती है।
2. राजस्थान के बाँसवाड़ा, उदयपुर और डूंगरपुर जिले में आदिम जनजातियों का निवास है। इन जिलों में वालरा कृषि की जाती है।
प्र: खड़ीन खेती हैं-
1161 05f718bfba58f705296afb5a2
5f718bfba58f705296afb5a2- 1वर्षा कालीन खड्डों में पानी भरने पर वहाँ की जाने वाली खेती ।true
- 2अकाल के समय जीविकापार्जन हेतु की जाने वाली खेतीfalse
- 3वर्षा विहनी खेतीfalse
- 4यंत्रों के उपोग से की जाने वाली खेतीfalse
- उत्तर देखें
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 1. "वर्षा कालीन खड्डों में पानी भरने पर वहाँ की जाने वाली खेती ।"
व्याख्या :
खडीन-यह एक मिट्टी का बना हुआ अस्थायी तालाब होता है, इसे किसी ढाल वाली भूमि के नीचे बनाते हैं । इसके दोनों ओर मिट्टी की दीवार (धोरा) तथा तीसरी ओर पत्थर से बनी मजबूत दीवार होती है । जल की अधिकता पर खड़ीन भर जाता है तथा जल आगे वाली खडीन में चला जाता है । खडीन में जल के सूख जाने पर, इसमें कृषि की जाती है।
प्र: निम्न में से रबी की फसल का चयन करें ?
1344 05e564500a1bec24e796c35a5
5e564500a1bec24e796c35a5- 1ककड़ीfalse
- 2चावलfalse
- 3अरण्डीfalse
- 4तारामीराtrue
- उत्तर देखें
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 4. "तारामीरा"
व्याख्या :
रबी ऋतु की फसलें – रबी की फसलों की बुआई सामान्यतः अक्टूबर और नवम्बर के महीनों में होती है और इनकी कटाई अप्रैल से मई माह तक हो जाती है।
रबी ऋतु की प्रमुख फसलें – गेहूं, जौं, चना, सरसों, मटर, बरसीम, रिजका, हरा चारा, मसूर, आलू, राई,तम्बाकू, लाही, जई, अलसी और सूरजमुखी आदि। रबी ऋतु की फसलें की बुआई के समय कम तापमान की आवश्यकता होती है, इसलिए इनकी बुआई शीत ऋतु में की जाती है। वहीं इनके पकतने के लिए शुष्क और गर्म वातावरण होना चाहिए।
प्र: पथिक ने किस समाचार पत्र के माध्यम से बिजोलिया कृषक आंदोलन को विख्यात कर दिया?
598 0632b1ada5c208a6bf7e535d1
632b1ada5c208a6bf7e535d1- 1प्रतापtrue
- 2प्रभातfalse
- 3नवभारतfalse
- 4लोकवाणीfalse
- उत्तर देखें
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 1. "प्रताप"
व्याख्या :
1. विजय सिंह पथिक, जिन्हें राष्ट्रीय पथिक के रूप में जाना जाता है, एक भारतीय क्रांतिकारी थे। उनका असली नाम भूप सिंह था।
2. वे पहले भारतीय क्रांतिकारियों में से थे जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ स्वतंत्रता आंदोलन की मशाल जलाई थी।
3. मोहनदास करमचंद गांधी द्वारा सत्याग्रह आंदोलन शुरू करने से बहुत पहले, पथिक ने बिजोलिया के किसान आंदोलन के दौरान सत्याग्रह आंदोलन का प्रयोग कर लिया था।
4. विजयसिंह पथिक ने प्रताप समाचार पत्र के माध्यम से बिजौलिया किसान आन्दोलन का प्रचार पूरे भारत में कर दिया था?
प्र: श्री देवनारायण के पिता का नाम क्या था?
917 05fdc392447af917ef3d63728
5fdc392447af917ef3d63728- 1जय सिंहfalse
- 2मानसिंहfalse
- 3विरम देवfalse
- 4सवाई भोजtrue
- उत्तर देखें
- Workspace
- SingleChoice
उत्तर : 4. "सवाई भोज"
व्याख्या :
1. भगवान विष्णु का अवतार कहे जाने वाले गुर्जर जाति के आराध्य देव भगवान श्री देवनारायण जी का जन्म विक्रम संवत 968 माघ शुक्ल की सप्तमी के दिन मालासेरी में हुआ था, इनके पिताजी का नाम सवाई भोज एवं माँ का नाम साढू था, इस कारण इन्हें साढू माता का लाल भी कहा जाता हैं।
2. बचपन में देवजी का नाम उदय सिंह था, इनका विवाह राजकुमारी पीपल दे एवं दो अन्य रानियों नाग कन्या और दैत्य कन्या के साथ हुआ था. इनके एक बेटा बीला जो बाद में प्रथम पुजारी भी बने तथा बेटी का नाम बीली था।