पृथ्वीराज राठौर ने 'वेलि कृष्ण रुखमणी री' पुस्तक किस भाषा में लिखी है?
607 0622a16bb08bf112863213841निम्न में से कौन सी संस्था कठपुतली कला के राजस्थान में संरक्षण - संवर्धन में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका के लिए जानी जाती है?
582 062a096a4cae9f820bae59f761. भारतीय लोक कला मंडल राजस्थान में कठपुतली कला के संरक्षण और संवर्धन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है। यह संस्था 1952 में उदयपुर में स्थापित की गई थी। इसका उद्देश्य लोक कलाओं, प्रदर्शन कलाओं और कठपुतलियों के क्षेत्र में ज्ञान और शोध को बढ़ावा देना है।
2. भारतीय लोक कला मंडल कठपुतली कला के विभिन्न रूपों को संरक्षित करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित करता है। इनमें कठपुतली कलाकारों का प्रशिक्षण, कठपुतली नाटकों का प्रदर्शन और कठपुतली कला पर शोध करना शामिल है।
प्रसिद्ध ग्रंथ “ चितावानी जोग " का संबंध किस लोक सन्त से है?
702 06224a6adda6b905065f0fd1f'गीन्दड़' नृत्य का संबंध किस स्थान से है?
740 0622a170d18802b47fa85c237कुचामनी ख्याल के प्रवर्तक हैं?
962 06260f9b0f380c4441def9d20सेन (नाई) समाज की कुलदेवी के रूप में प्रसिद्ध लोक - देवी कौन हैं?
932 062a087e394471d207367d27a1. राजस्थान में लोक देवी—देवताओं के कई प्रसिद्ध मंदिर हैं।
2. इनमें करणी माता, जीण माता, भृतहरि जी, गोगा जी, पाबूजी और नारायणी माता आदि प्रमुख हैं।
3. नारायणी माता का मंदिर इस खास वजह से प्रसिद्ध है, क्योंकि सैन समाज इसे अपनी कुलदेवी मानता है।
4. अलवर जिले में विश्वप्रसिद्ध भानगढ़ के किले से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर नारायणी माता का मन्दिर स्थित है।
राजस्थान में गोला, दरोगा, चाकर, चेला आदि सम्बोधन किसके लिए प्रयुक्त होते थे?
1240 062a2307794471d20736dbbdbराजस्थान में गोला, दरोगा, चाकर, चेला आदि सम्बोधन घरेलू दास के लिए किया जाता हैं।