राजस्थान के एकमात्र शास्त्रीय नृत्य कत्थक के जयपुर घराने के प्रवर्तक माने जाते हैं
674 062a094b5cae9f820bae595821. कथक नृत्य उत्तर भारतीय शास्त्रीय नृत्य है। कथा कहे सो कथक कहलाए। कथक शब्द का अर्थ कथा को नृत्य रूप से कथन करना है। प्राचीन काल मे कथक को कुशिलव के नाम से जाना जाता था।
2. यह कथक का प्राचीनतम घराना है। जयपुर घराने के प्रवर्तक भानु जी (प्रसिद्ध शिव तांडव नर्तक)हैं।
जहूर खान किस लोकवाद्य से सम्बन्धित हैं?
672 063120031f0d47409ab3618fe1. भपंग एक दुर्लभ एकल धारीदार वाद्य यंत्र है जिसे प्यार से 'टॉकिंग ड्रम' के रूप में जाना जाता है।
2. यह अलवर जिले में मेवाती समुदाय से उत्पन्न हुआ है। यह महाराष्ट्र में चोंगर, गुजरात में अपांग और पंजाब में तुंबा के रूप में जाना जाता है।
3. जहूर खान मेवाती एक प्रसिद्ध कलाकार थे जो भपंग बजाते थे।
4. यह मुख्य रूप से जोगियों द्वारा अलवर क्षेत्र में खेला जाता है।
राजस्थान का निम्नलिखित में से कौन सा (प्रसिद्ध संगीतकार -- विशेषज्ञता) सही सुमेलित नहीं हैं?
671 0637a49a6be804021998c389bटोटी आभूषण शरीर के किस भाग में पहना जाता है?
668 062ff77bea6d1894ab156b6c3सवाई माधोपुर के शिवाड़ गांव में स्थित घुश्मेश्वर मंदिर भगवान शिव का ज्योतिर्लिंग है।
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