1733 ई० में जिज मुहम्मदशाही पुस्तक जो नक्षत्रों संबंधी ज्ञान से संबंधित है के लेखक हैं ?
3936 061261c5d51e5ee4f5c8da7e61. 1725 ईस्वी में सवाई जयसिंह II ने नक्षत्रों की शुद्ध सारणी ‘जीज मुहम्मद शाही’ बनवाई तथा ‘जयसिंह कारिका’ नामक ज्योतिष ग्रंथ की रचना की।
2. सवाई जयसिंह ने 1734 ई. में जयपुर में एक बड़ी वेधशाला जंतर-मंतर का निर्माण करवाया, जो देश की सबसे बड़ी वेधशाला है।
राजस्थान में स्थित निम्न औद्योगिक से कौन सा भारत सरकार का उपक्रम नहीं है?
700 0624b2f67badeb679cfffc3d7सही उत्तर सांभर साल्ट्स लिमिटेड है। मुख्य बिंदु केंद्र सरकार के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम: हिंदुस्तान साल्ट्स लिमिटेड, जयपुर एचपीसीएल राजस्थान रिफाइनरी लिमिटेड राजस्थान ड्रग्स एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड, जयपुर राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंट्स लिमिटेड (आरईआईएल), जयपुर सांभर साल्ट लिमिटेड, जयपुर
निम्न समुदायों में से एक नवजीवन योजना दिशा-निदेश 2015 के अनुसार नवजीवन योजना का लाभार्थी नहीं है-
645 063d3cb288681679ddc422bb5सही उत्तर अवैध शराब के निर्माण में लगे व्यक्ति, समुदाय है।
'आस्था योजना' का संबंध है -
741 063d3cc0b6363580df395049eसही उत्तर विकलांग व्यक्ति है। आस्था कार्ड योजना: राजस्थान में कम से कम 40% विकलांगता से पीड़ित प्रत्येक विकलांग व्यक्ति को योजना का लाभ प्रदान किया जा रहा है। चिकित्सा प्राधिकारी द्वारा प्रमाणित होते ही दिव्यांगजन इस योजना के लिए आवेदन कर इसका लाभ उठा सकते हैं।
भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना (बीएसबीवाई) का लाभ किस प्रकार के रोगी को मिल सकता है?
616 064ba6de088d5e4f52de3b134भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना (बीएसबीवाई) का लाभ निम्नलिखित प्रकार के रोगियों को मिल सकता है-
1. सामान्य रोगी: बीएसबीवाई के तहत, सामान्य बीमारियों के लिए 30,000 रुपये तक का बीमा कवर प्रदान किया जाता है। इनमें सर्दी, बुखार, दस्त, और अन्य सामान्य बीमारियां शामिल हैं।
2. गंभीर रोगी: बीएसबीवाई के तहत, गंभीर बीमारियों के लिए 3 लाख रुपये तक का बीमा कवर प्रदान किया जाता है। इनमें कैंसर, दिल का दौरा, स्ट्रोक, और अन्य गंभीर बीमारियां शामिल हैं।
3. जन्म के समय से विकलांग बच्चे: बीएसबीवाई के तहत, जन्म के समय से विकलांग बच्चों को 5 लाख रुपये तक का बीमा कवर प्रदान किया जाता है।
4. गर्भवती महिलाएं: बीएसबीवाई के तहत, गर्भवती महिलाओं को प्रसव और प्रसव के बाद की देखभाल के लिए 1 लाख रुपये तक का बीमा कवर प्रदान किया जाता है।