अलवर क्षेत्र की लोकदेवी के रूप में किसे मान्यता प्राप्त है?
576 06311f8377c72c077846e9ca21. जिलानी माता को अलवर क्षेत्र की लोकदेवी माना जाता है।
2. जिलानी माता मंदिर अलवर के बहरोड़ में स्थित है।
3. यहाँ हर साल मंदिर परिसर में दो मेलों का आयोजन किया जाता है।
4. अलवर का प्राचीन नाम सालव है। यह 16 प्राचीन महाजनपदों में से एक, मत्स्य साम्राज्य का एक हिस्सा था।
राजस्थान के कौन से शासक को विद्वानों ने 'हिन्दुपत' कहा है ?
1266 06166abd43ee3b5612c919bb81. महाराणा सांगा उदयपुर में सिसोदिया राजपूत राजवंश के राजा थे।
2. महाराणा सांगा को "हिन्दूपत" कहा जाता था।
3. महाराणा सांगा ने मेवाड़ में 1509 से 1528 तक शासन किया था।
4. राणा सांगा एक बहादुर योद्धा व शासक थे, जो अपनी वीरता और उदारता के लिए प्रसिद्ध थे।
5. इन्होंने दिल्ली, गुजरात, व मालवा मुगल बादशाहों के आक्रमणों से अपने राज्य की बहादुरी से ऱक्षा की। उस समय के वह सबसे शक्तिशाली हिन्दू राजा थे।
7. महाराणा सांगा के शव का अंतिम संस्कार मांडलगढ़ में किया गया।
8. संग्राम सिंह प्रथम (राणा सांगा), मेवाड़ का शासक था।
9. वह एक उग्र राजपूत राजा थे जो अपने साहस और तप के लिए जाने जाते थे।
10. राणा सांगा राणा कुम्भा के पोते और राणा रायमल के पुत्र थे।
11. मुगल सम्राट बाबर ने 1527 में खानवा की लड़ाई (भरतपुर)में मेवाड़ के राणा सांगा के नेतृत्व में राजपूत सेना को हराया था।
12. बाबर ने उन्हें उस समय का सबसे महान भारतीय राजा बताया।
13. उन्हें उनके ही रईसों ने जहर दिया था और 1528 में कालपी में उनकी मृत्यु हो गई थी।
14. उनका उत्तराधिकारी उनका पुत्र रतन सिंह द्वितीय हुआ।
15. राणा सांगा के उपनाम में मानवों का खण्डहर (कई जख्मों की वजह से), सैनिकों का भग्नावेष, सिपाही का अंश, हिन्दुपत आदि शामिल हैं।
16. महाराणा सांगा ने बयाना का युद्ध में बाबर की सेना को हराया था।
1527 में हुए खानवा के युद्ध में राणा सांगा व बाबर आमने-सामने थे। खानवा नामक यह स्थान वर्तमान में कहाँ स्थित है?
531 06305206329cb4630442bc0ac1. महाराणा सांगा उदयपुर में सिसोदिया राजपूत राजवंश के राजा थे।
2. महाराणा सांगा को "हिन्दूपत" कहा जाता था।
3. महाराणा सांगा ने मेवाड़ में 1509 से 1528 तक शासन किया था।
4. राणा सांगा एक बहादुर योद्धा व शासक थे, जो अपनी वीरता और उदारता के लिए प्रसिद्ध थे।
5. इन्होंने दिल्ली, गुजरात, व मालवा मुगल बादशाहों के आक्रमणों से अपने राज्य की बहादुरी से ऱक्षा की। उस समय के वह सबसे शक्तिशाली हिन्दू राजा थे।
7. महाराणा सांगा के शव का अंतिम संस्कार मांडलगढ़ में किया गया।
8. संग्राम सिंह प्रथम (राणा सांगा), मेवाड़ का शासक था।
9. वह एक उग्र राजपूत राजा थे जो अपने साहस और तप के लिए जाने जाते थे।
10. राणा सांगा राणा कुम्भा के पोते और राणा रायमल के पुत्र थे।
11. मुगल सम्राट बाबर ने 1527 में खानवा की लड़ाई (भरतपुर)में मेवाड़ के राणा सांगा के नेतृत्व में राजपूत सेना को हराया था।
12. बाबर ने उन्हें उस समय का सबसे महान भारतीय राजा बताया।
13. उन्हें उनके ही रईसों ने जहर दिया था और 1528 में कालपी में उनकी मृत्यु हो गई थी।
14. उनका उत्तराधिकारी उनका पुत्र रतन सिंह द्वितीय हुआ।
15. राणा सांगा के उपनाम में मानवों का खण्डहर (कई जख्मों की वजह से), सैनिकों का भग्नावेष, सिपाही का अंश, हिन्दुपत आदि शामिल हैं।
महाराणा सांगा ने किस युद्ध में बाबर की सेना को हराया?
511 063049a6c29cb4630442961711. महाराणा सांगा उदयपुर में सिसोदिया राजपूत राजवंश के राजा थे।
2. महाराणा सांगा को "हिन्दूपत" कहा जाता था।
3. महाराणा सांगा ने मेवाड़ में 1509 से 1528 तक शासन किया था।
4. राणा सांगा एक बहादुर योद्धा व शासक थे, जो अपनी वीरता और उदारता के लिए प्रसिद्ध थे।
5. इन्होंने दिल्ली, गुजरात, व मालवा मुगल बादशाहों के आक्रमणों से अपने राज्य की बहादुरी से ऱक्षा की। उस समय के वह सबसे शक्तिशाली हिन्दू राजा थे।
7. महाराणा सांगा के शव का अंतिम संस्कार मांडलगढ़ में किया गया।
8. संग्राम सिंह प्रथम (राणा सांगा), मेवाड़ का शासक था।
9. वह एक उग्र राजपूत राजा थे जो अपने साहस और तप के लिए जाने जाते थे।
10. राणा सांगा राणा कुम्भा के पोते और राणा रायमल के पुत्र थे।
11. मुगल सम्राट बाबर ने 1527 में खानवा की लड़ाई (भरतपुर)में मेवाड़ के राणा सांगा के नेतृत्व में राजपूत सेना को हराया था।
12. बाबर ने उन्हें उस समय का सबसे महान भारतीय राजा बताया।
13. उन्हें उनके ही रईसों ने जहर दिया था और 1528 में कालपी में उनकी मृत्यु हो गई थी।
14. उनका उत्तराधिकारी उनका पुत्र रतन सिंह द्वितीय हुआ।
15. राणा सांगा के उपनाम में मानवों का खण्डहर (कई जख्मों की वजह से), सैनिकों का भग्नावेष, सिपाही का अंश, हिन्दुपत आदि शामिल हैं।
16. महाराणा सांगा ने बयाना का युद्ध में बाबर की सेना को हराया था।
राजस्थान के इतिहास में 'हिन्दूपत' किस शासक को कहा जाता है?
563 06311f7aa4e3bf85cbe86e6ef1. महाराणा सांगा उदयपुर में सिसोदिया राजपूत राजवंश के राजा थे।
2. महाराणा सांगा को "हिन्दूपत" कहा जाता था।
3. महाराणा सांगा ने मेवाड़ में 1509 से 1528 तक शासन किया था।
4. राणा सांगा एक बहादुर योद्धा व शासक थे, जो अपनी वीरता और उदारता के लिए प्रसिद्ध थे।
5. इन्होंने दिल्ली, गुजरात, व मालवा मुगल बादशाहों के आक्रमणों से अपने राज्य की बहादुरी से ऱक्षा की। उस समय के वह सबसे शक्तिशाली हिन्दू राजा थे।
7. महाराणा सांगा के शव का अंतिम संस्कार मांडलगढ़ में किया गया।
8. संग्राम सिंह प्रथम (राणा सांगा), मेवाड़ का शासक था।
9. वह एक उग्र राजपूत राजा थे जो अपने साहस और तप के लिए जाने जाते थे।
10. राणा सांगा राणा कुम्भा के पोते और राणा रायमल के पुत्र थे।
11. मुगल सम्राट बाबर ने 1527 में खानवा की लड़ाई में मेवाड़ के राणा सांगा के नेतृत्व में राजपूत सेना को हराया था।
12. बाबर ने उन्हें उस समय का सबसे महान भारतीय राजा बताया।
13. उन्हें उनके ही रईसों ने जहर दिया था और 1528 में कालपी में उनकी मृत्यु हो गई थी।
14. उनका उत्तराधिकारी उनका पुत्र रतन सिंह द्वितीय हुआ।
15. राणा सांगा के उपनाम में मानवों का खण्डहर (कई जख्मों की वजह से), सैनिकों का भग्नावेष, सिपाही का अंश, हिन्दुपत आदि शामिल हैं।
'राजपूत पेंटिंग' शीर्षक से 1916 ई. में किसने पुस्तक लिखी?
542 06311f6864e3bf85cbe86df81राजपूत चित्रशैली का पहला वैज्ञानिक विभाजन आनन्द कुमार स्वामी ने किया था उन्होंने 1916 में 'राजपूत पेन्टिंग' नामक पुस्तक लिखी।
'राजपूत पेंटिंग' शीर्षक से1916 ई. में किसने पुस्तक लिखी?
606 061f2ba9bc27fce616153ee85राजपूत चित्रशैली का पहला वैज्ञानिक विभाजन आनन्द कुमार स्वामी ने किया था उन्होंने 1916 में 'राजपूत पेन्टिंग' नामक पुस्तक लिखी।