Rajasthan GK Practice Question and Answer

Q:

चार हाथों वाला लोकदेवता किसे कहा जाता है?

755 0

  • 1
    कल्ला जी
    Correct
    Wrong
  • 2
    फत्ता जी
    Correct
    Wrong
  • 3
    मल्लीनाथ जी
    Correct
    Wrong
  • 4
    झुन्झार जी
    Correct
    Wrong
  • Show Answer
  • Workspace

Answer : 1. "कल्ला जी"
Explanation :

कल्ला जी. कल्ला जी का जन्म विक्रम संवत 1601 में राजस्थान के नागौर जिले के मेड़ता में हुआ था। कल्ला जी "चार हाथों वाले लोक देवता" के नाम से प्रसिद्ध हैं। मंदिर भौराईगढ़, महियाधाम वरदा, सलूंबर, सामलिया, गैटरोड पर स्थित हैं।


Q:

भील जनजाति के पुरुष कमर पर जो वस्त्र लपेटा करते हैं, उसे क्या कहा जाता हैं?

883 0

  • 1
    जामा
    Correct
    Wrong
  • 2
    कछाबू
    Correct
    Wrong
  • 3
    पोल्या
    Correct
    Wrong
  • 4
    खोय
    Correct
    Wrong
  • Show Answer
  • Workspace

Answer : 4. "खोय "
Explanation :

सही उत्तर खोयातु है। भील जनजाति के पुरुष खोयातु को अपनी कमर में लपेटते हैं। भील पुरुषों की पोशाक में एक पगड़ी या 'फ़ेटा', एक 'अंगी', अंगरखा और एक निचला परिधान शामिल होता है जिसे 'पोटारियो' कहा जाता है। उनके द्वारा कमर से घुटनों तक पहनी जाने वाली धोती को "थेफरा या ढेपड़ा" कहा जाता है।


Q:

. 'मुगती' नामक कविता संग्रह के रचयिता हैं -

628 0

  • 1
    कीर्ति शर्मा
    Correct
    Wrong
  • 2
    मीठेश निर्मोही
    Correct
    Wrong
  • 3
    विजय वर्मा
    Correct
    Wrong
  • 4
    आशा पाराशर
    Correct
    Wrong
  • Show Answer
  • Workspace

Answer : 2. "मीठेश निर्मोही"
Explanation :

सही उत्तर मीठेश निर्मोही है। मितेश निर्मोही जी को राजस्थानी भाषा में उनके काव्य संग्रह मुगती के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला। साहित्य अकादमी पुरस्कार 1954 में स्थापित भारत का दूसरा सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान है।


Q:

'बढ़ार' क्या है?

770 0

  • 1
    विवाह पर आयोज्य भोज
    Correct
    Wrong
  • 2
    राजस्थान की एक जनजाति
    Correct
    Wrong
  • 3
    अंत्येष्टि की एक क्रिया
    Correct
    Wrong
  • 4
    राजस्थान की एक झील
    Correct
    Wrong
  • Show Answer
  • Workspace

Answer : 1. "विवाह पर आयोज्य भोज"
Explanation :

सही उत्तर विवाह भोज है। प्रमुख बिंदु। बधार. शादी के दूसरे दिन दूल्हे की ओर से दावत दी जाती है, इसे बदर की दावत कहा जाता है।


Q:

जोधपुर का महामन्दिर उपासना स्थल है- 

704 0

  • 1
    बिश्नोई संप्रदाय का
    Correct
    Wrong
  • 2
    दादू संप्रदाय का
    Correct
    Wrong
  • 3
    रामस्नेही संप्रदाय का
    Correct
    Wrong
  • 4
    नाथ संप्रदाय का
    Correct
    Wrong
  • Show Answer
  • Workspace

Answer : 4. "नाथ संप्रदाय का"
Explanation :

जोधपुर में महामंदिर नाथ पंथ की प्रमुख पीठ है। मंदिर के अंदर मुख्य देवता भगवान शिव का है।


Q:

केसरी सिंह बारहठ ने चेतावनी रा चुंगटिया किसको सम्बोधित करके लिखा?

494 0

  • 1
    महाराणा प्रताप सिंह
    Correct
    Wrong
  • 2
    महाराणा फतेह सिंह
    Correct
    Wrong
  • 3
    महाराणा अजीत सिंह
    Correct
    Wrong
  • 4
    मिर्जा राजा जयसिंह
    Correct
    Wrong
  • Show Answer
  • Workspace

Answer : 2. "महाराणा फतेह सिंह"
Explanation :

चेतवनी रा चुंगट्या (देवनागरी: चेतावनी रा चुंगटिया; अनुवाद: द पिंचेस ऑफ एडमोनिशन या अर्जेस टू अवेक) 1903 में ठाकुर केसरी सिंह बारहठ द्वारा रचित एक देशभक्तिपूर्ण डिंगल कविता है और मेवाड़ के महाराणा, फतेह सिंह को संबोधित करते हुए उन्हें परंपराओं को बनाए रखने के लिए प्रेरित करती है। अपने वंश का और दिल्ली में शामिल न होने का...


Q:

गोविंद देव मन्दिर, जयपुर एवं मदन मोहन मन्दिर, करौली का सम्बन्ध किस सम्प्रदाय से है?

467 0

  • 1
    नाथ
    Correct
    Wrong
  • 2
    वल्लभ
    Correct
    Wrong
  • 3
    रामस्नेही
    Correct
    Wrong
  • 4
    गौड़ीय
    Correct
    Wrong
  • Show Answer
  • Workspace

Answer : 4. "गौड़ीय"
Explanation :

गोविंद देव मंदिर, जयपुर और मदन मोहन मंदिर, करौली गौड़ीय संप्रदाय से संबंधित हैं। गौड़ीय वैष्णव परंपरा का ऐतिहासिक गोविंद देव जी मंदिर राजस्थान में जयपुर के सिटी पैलेस में स्थित है। यह मंदिर गोविंद देव जी (कृष्ण) और उनकी पत्नी राधा को समर्पित है।

Q:

 'बातां री फुलवारी' कितने खण्डों में विभक्त है?

524 0

  • 1
    8
    Correct
    Wrong
  • 2
    10
    Correct
    Wrong
  • 3
    14
    Correct
    Wrong
  • 4
    16
    Correct
    Wrong
  • Show Answer
  • Workspace

Answer : 3. "14"
Explanation :

सही उत्तर 14 है। 'बातां री फुलवारी' में 14 खंड हैं। यह कहानियों का एक संग्रह है जो राजस्थान की बोली जाने वाली बोलियों में लोककथाओं पर आधारित है। इसे विजयदान देथा ने लिखा है, जिन्हें बिज्जी के नाम से भी जाना जाता है।


  Report Error

Please Enter Message
Error Reported Successfully

  Report Error

Please Enter Message
Error Reported Successfully

  Report Error

Please Enter Message
Error Reported Successfully

  Report Error

Please Enter Message
Error Reported Successfully

  Report Error

Please Enter Message
Error Reported Successfully

  Report Error

Please Enter Message
Error Reported Successfully

  Report Error

Please Enter Message
Error Reported Successfully

  Report Error

Please Enter Message
Error Reported Successfully