Practice Question and Answer

Q:

Select the INCORRECTLY spelt word.

336 0

  • 1
    Cemetery
    Correct
    Wrong
  • 2
    Accommodate
    Correct
    Wrong
  • 3
    Intruder
    Correct
    Wrong
  • 4
    Neccessary
    Correct
    Wrong
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  • Workspace

Answer : 4. "Neccessary"
Explanation :

The correct spelling is "Necessary." The extra 'c' in "Neccessary" is incorrect.

Q:

नैणसी की ख्यात में गुहिलों की कितनी शाखाओं का उल्लेख किया है? 

469 0

  • 1
    बयालीस
    Correct
    Wrong
  • 2
    बीस
    Correct
    Wrong
  • 3
    चौबीस
    Correct
    Wrong
  • 4
    छत्तीस
    Correct
    Wrong
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  • Workspace

Answer : 3. "चौबीस "
Explanation :

1. नैणसी की ख्यात में गुहिलों की 24 शाखाओं का उल्लेख किया गया है।

2. नैणसी की ख्यात एक राजस्थानी ऐतिहासिक ग्रंथ है, जिसे 17वीं शताब्दी में मुहणौत नैणसी ने लिखा था। यह ग्रंथ मेवाड़ के इतिहास पर एक महत्वपूर्ण स्रोत माना जाता है।

Q:

'मांदल' किससे सम्बन्धित है? 

609 0

  • 1
    बरसात के बादल
    Correct
    Wrong
  • 2
    मादा शेरनी
    Correct
    Wrong
  • 3
    वाद्ययंत्र
    Correct
    Wrong
  • 4
    इनमें से कोई नहीं
    Correct
    Wrong
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  • Workspace

Answer : 3. "वाद्ययंत्र "
Explanation :

मांदल’ एक वाद्ययंत्र है| यह एक भारतीय सितार है, जिसे आजकल मुखर हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के लिए इस्तेमाल किया जाता है।


Q:

चित्तौड़ दुर्ग में स्थित 'कीर्ति स्तम्भ' किसको समर्पित है? 

493 0

  • 1
    राणा सांगा
    Correct
    Wrong
  • 2
    राणा कुम्भा
    Correct
    Wrong
  • 3
    जैन तीर्थंकर आदिनाथ
    Correct
    Wrong
  • 4
    महावीर स्वामी
    Correct
    Wrong
  • Show AnswerHide Answer
  • Workspace

Answer : 3. "जैन तीर्थंकर आदिनाथ "
Explanation :

1. चित्तौड़गढ़ दुर्ग भारत के राजस्थान राज्य में चित्तौड़गढ़ शहर में स्थित एक ऐतिहासिक किला है। यह भारत के सबसे बड़े और सबसे महत्वपूर्ण किलों में से एक है, और इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।

2. इन सब आकर्षणों के अलावा सबसे खास हैं यहां के दो पाषाणीय स्तंभ, जिन्हें कीर्ति स्तंभ और विजय स्तंभ कहा जाता है. ये दो स्तंभ, किले के और राजपूत वंश के गौरवशाली अतीत को दर्शाते हैं. अपनी खूबसूरती, स्थापत्य और ऊंचाई से ये दोनो स्तंभ पर्यटकों को बहुत आकर्षित करते हैं।

Q:

राजस्थान निवासी उस व्यक्ति का नाम बताइये जिसने 'इन्तकाल पुस्तक की रचना की- 

701 0

  • 1
    सुजानसिंह पारिक
    Correct
    Wrong
  • 2
    इनमें से कोई नहीं
    Correct
    Wrong
  • 3
    शिव चरण सेन
    Correct
    Wrong
  • 4
    जयसिंह आशावत
    Correct
    Wrong
  • Show AnswerHide Answer
  • Workspace

Answer : 3. "शिव चरण सेन "
Explanation :

राजस्थान निवासी शिव चरण सेन जिसने इन्तकाल पुस्तक की रचना की थी।

Q:

संसद की संयुक्त बैठक की अध्यक्षता कौन करता है ?

1257 0

  • 1
    प्रधानमंत्री
    Correct
    Wrong
  • 2
    राष्ट्रपति
    Correct
    Wrong
  • 3
    लोक सभा अध्यक्ष
    Correct
    Wrong
  • 4
    मुख्यमंत्री
    Correct
    Wrong
  • Show AnswerHide Answer
  • Workspace

Answer : 3. "लोक सभा अध्यक्ष"
Explanation :

लोकसभा अध्यक्ष लोकसभा और राज्य सभा के संयुक्त बैठक की अध्यक्षता करता है। लोकसभा के उपाध्यक्ष उसकी अनुपस्थिति में की अध्यक्षता।


Q:

जोधपुर के निकट ओसियां का मंदिरों का शहर किन राजाओं ने बनवाया गया?

681 0

  • 1
    चालुक्य
    Correct
    Wrong
  • 2
    परमार
    Correct
    Wrong
  • 3
    सिसौदिया
    Correct
    Wrong
  • 4
    प्रतिहार
    Correct
    Wrong
  • Show AnswerHide Answer
  • Workspace

Answer : 4. "प्रतिहार"
Explanation :

1. जोधपुर के पास ओसिया का मंदिर प्रतिहार द्वारा बनवाया गया था।

2. ओसिया के मंदिरों को दो समूहों में विभाजित किया गया है-पूर्वी और पश्चिमी।

3. पूर्वी समूह के बीच, सबसे प्रभावशाली तीन हरि-हर मंदिर हैं जो वास्तुकला की महा-मारु शैली में निर्मित हैं।

Q:

स्वांगिया माता कुलदेवी किस क्षेत्र की शासक थीं?

1046 0

  • 1
    जैसलमेर
    Correct
    Wrong
  • 2
    उदयपुर
    Correct
    Wrong
  • 3
    बिकानेर
    Correct
    Wrong
  • 4
    बाड़मेर
    Correct
    Wrong
  • Show AnswerHide Answer
  • Workspace

Answer : 1. "जैसलमेर"
Explanation :

स्वांगियां माता : राजस्थान के जनमानस में आस्था की प्रतीक लोकदेवियों, कुलदेवियों के उद्भवसूत्र पर यदि दृष्टि डाली जाये तो हम पायेंगे कि शक्ति की प्रतीक बहुत सी प्रसिद्ध देवियों का जन्म चारणकुल में हुआ है। चारणकुल में जन्मी प्रसिद्ध देवियों में आवड़, स्वांगियां, करणी माता आदि प्रमुख है। विभिन्न राजवंशों की गौरवगाथाओं के साथ इन देवियों की अनेक चमत्कारिक घटनाएँ इतिहास के पन्नों पर दर्ज है।

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