किसी कक्षा में दो इलेक्ट्रॉनों में अंतर किससे किया जाता है।
(A) चुंबकीय क्वांटम संख्या
(B) प्रचक्रण क्वांटम संख्या
(C) मूल क्वांटम संख्या
(D) दिगंशी क्वांटम संख्या
एक ही कक्षक में स्थित दो इलेक्ट्रोनो का चक्रण विपरीत पाया जाता है ,अतः इनमे अंतर् चक्रणक्वांटम संख्याद्वारा ज्ञात किया जाता है।
समभारकों में ___होता है।
(A) समान भार संख्याएँ किंतु विभिन्न परमाणु संख्याएँ
(B) विभिन्न भार संख्याएँ किंतु समान संख्याएँ
(C) समान भार और परमाणु संख्याएँ
(D) विभिन्न भार एवं परमाणु संख्याएँ
नाभिक को प्रोटॉन की संख्या (परमाणु संख्या) या न्युक्लियोन की कुल संख्या (द्रव्यमान संख्या) के आधार पर वर्गीकृत किया गया है:
समस्थानिक: एक तत्व के परमाणु जिनकी परमाणु संख्या समान है लेकिन द्रव्यमान संख्या अलग है को समस्थानिक कहा जाता है। सभी समस्थानिकों में समान रासायनिक गुण होते हैं।
समभारिक: नाभिक जिनके पास समान द्रव्यमान संख्या (A) होती है लेकिन एक अलग परमाणु संख्या (Z) है को समभारिक कहा जाता है।
सम-न्यूट्रॉनिक: समान संख्या में न्यूट्रॉन के नाभिक को सम-न्यूट्रॉनिक कहा जाता है। उनके लिए परमाणु संख्या (Z) और द्रव्यमान संख्या (A) दोनों अलग-अलग हैं, लेकिन (A - Z) का मान समान है।
एथिलीन एक __अणु है।
(A) ध्रुवीय
(B) आयनिक
(C) सहसंयोजक
(D) अध्रुवीय
एथिलीन (Ethylene ; (IUPAC नाम: एथीन/ethene) एक हाइड्रोकार्बन है जिसका अणुसूत्र C2H4 or H2C=CH2है। यह एक रंगहीन, ज्वलनशील गैस है जिसकी गंध हल्की मीठी कस्तूरी होती है। रासायनिक उद्योगों में एथिलीन का बहुतायत में उपयोग होता है।
किसी परमाणु के उच्चतम ऊर्जा स्तर में स्थित इलेक्ट्रॉनों को___कहा जाता है।
(A) संयोजकता प्रोटॉन्स
(B) कक्षीय प्रोटॉन्स
(C) संयोजकता इलेक्ट्रॉन्स
(D) संयोजकता इलेक्ट्रॉन्स
परमाणु के बाह्यतम कक्षीय कोश को इसका संयोजी कोश कहते हैं, और संयोजी कोश में विद्यमान इलेक्ट्रॉनसंयोजी इलेक्ट्रॉनकहलाते हैं।परमाणु के संयोजी इलेक्ट्रॉन अधिक ऊर्जा वाले इलेक्ट्रॉन होते हैं और इसलिए वे अधिक अभिक्रियाशील होते हैं।
निम्नलिखित में से कौन-सा एक ऋण आयन होगा?
(A) यदि उसमें प्रोटॉन्स से अधिक इलेक्ट्रॉन्स होंगे
(B) यदि उसमें न्यूट्रॉन्स से अधिक इलेक्ट्रॉन्स होंगे
(C) यदि उसमें इलेक्ट्रॉन्स से अधिक प्रोटॉन्स होंगे
(D) यदि उसमें न्यूट्रॉन्स से अधिक प्रोटॉन्स होंगे
यदि परमाणु में प्रोटॉन से अधिक इलेक्ट्रॉन है, तो वह एक ऋणात्मक आयन है या ॠणायन है। यदि उसमें इलेक्ट्रॉन से अधिक प्रोटॉन है, तो वह एक धनात्मक आयन है।
इलेक्ट्रॉन _गति में केन्द्र के चारों ओर घूमते हैं।
(A) रूपांतरण
(B) स्पिन
(C) कक्षीय
(D) कंपन
इलेक्ट्रॉन कक्षीय गति में नाभिक के चारों ओर घूमते हैं।इस गति में दुद कणों (इस परिप्रेक्ष्य में इलेक्ट्रॉन) में क्वांटम की यांत्रिक गति शामिल होती है।कक्षीय गति में घूर्णन (धुरी का घूर्णन) के बजाय द्रव्यमान केन्द्र का स्थानान्तरण होता है।
निम्नलिखित तत्वों में से किसकी परमाणु संख्या फ्लोरीन की तुलना में अधिक है?
(A) सोडियम
(B) बेरिलियम
(C) नाइट्रोजन
(D) बोरॉन
The atomic number of sodium (11) is higher than that of fluorine (9). ,
_____ वह सूक्ष्माणु है जिसके पास कोई विद्युत आवेश नहीं होता है।
(A) इलेक्ट्रॉन
(B) प्रोटॉन
(C) न्यूट्रॉन
(D) सभी विकल्प सही हैं
परमाणु: किसी भी तत्व का सबसे छोटा कण जिसमें उस तत्व के सभी रासायनिक और भौतिक गुण होते हैं,
परमाणु कहलाता है। परमाणु में तीन उप-परमाणु कण होते हैं: इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन। प्रोटॉन और न्यूट्रॉन नाभिक में रहते हैं और इलेक्ट्रॉन एक विशेष पथ पर नाभिक के चारों ओर घूमते हैं।
इलेक्ट्रान का अपने पर ऋणात्मक आवेश होता है और प्रोटान का धनात्मक आवेश होता है।
न्यूट्रॉन तटस्थ है।
परमाणु के नाभिक के घटक क्या हैं?
(A) केवल प्रोटॉन
(B) प्रोटॉन तथा न्यूट्रॉन
(C) न्यूट्रॉन तथा इलेक्ट्रॉन
(D) केवल न्यूट्रॉन
परमाणु के तीन भाग होते हैं: प्रोटॉन, इलेक्ट्रॉन और न्यूट्रॉन
नाभिक में प्रोटॉन और न्यूट्रॉन होते हैं तथा इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर चक्कर लगाता है।
प्रोटॉन पर घनात्मक आवेश, इलेक्ट्रॉन पर ऋणात्मक आवेश तथा न्यूट्रॉन पर कोई आवेश नहीं होता है।
दो परमाणुओं के बीच बंध की__प्रकृति अधिक होती है, यदि उनकी विद्युत ऋणात्मकता का अंतर कम होता है।
(A) धुरवीय
(B) धात्विक
(C) आयनिक
(D) सहसंयोजक
जब दो परमाणुओं के बीच में विधुत ऋणात्मकता का अंतर बहुत अधिक होता है तो वहाआयनिकबन्ध निर्मित होता है।
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