अपवाह बेसिनों का उत्तर से दक्षिण सही क्रम है
705 062a23766cae9f820baeb2fd2अपवाह बेसिनों का उत्तर से दक्षिण सही क्रम है
साबी - बाणगंगा - बेड़च - सोम
1. साबी नदी का उद्गम राजस्थान के सीकर जिले के अजीतगढ़ के धारा जी मंदिर के पास होता है. यह नदी राजस्थान से हरियाणा और फिर दिल्ली के नजफगढ़ से निकलते हुए युमना में गिरती थी।
2. बाणगंगा का आरम्भ जयपुर ज़िले में बैराठ के समीप की पहाड़ियों में होता है।
3. बेड़च नदी राजस्थान की गोगुन्दा पहाड़ियों से निकलती है| आरम्भ में इस नदी को आयड़ नदी कहा जाता था| इस नदी की कुल लम्बाई 190 किमी. है।
4. यह मध्य प्रदेश के अनूपपुर ज़िले में अमरकंटक के पास उत्पन्न होती है, जो विंध्याचल पहाड़ियों में नर्मदा नदी के स्रोतस्थल से पूर्व में स्थित है।
निम्न में से कौन सी झील में रूपनगढ़ , मेन्ढा एवं खंडेला नदियाँ अपना पानी प्रवाहित करती हैं?
553 062a236b4df19be4c4afd23041. सांभर झील में इसमें चार नदियाँ (रुपनगढ,मेंथा,खारी,खंड़ेला) आकर गिरती हैं। इस झील से बड़े पैमाने पर नमक का उत्पादन किया जाता है।
2. सांभर झील भारत के राजस्थान राज्य में जयपुर नगर के समीप स्थित यह लवण जल की झील है। यह झील समुद्र तल से 1,200 फुट की ऊँचाई पर स्थित है।
मुकन्दवारा पहाड़ियाँ मुख्यतः किस जिले में फैली हैं?
703 062a2348594471d20736dce431. मुकुंद्र पहाड़ियाँ राजस्थान के कोटा जिले में स्थित हैं।
2. यह हाड़ौती पठार का हिस्सा है।
3. मुकुंद्र हिल्स राष्ट्रीय उद्यान और दर्रा वन्यजीव अभयारण्य इस क्षेत्र में स्थित हैं।
सारणी I एवं सारणी II में दिए गए भौतिक विभाग एवं संबंधित जिले का सही मिलान है
सारणी- I सारणी - II
( भौतिक विभाग ) ( जिला )
A. भाकर i. बाँसवाड़ा
B. गिरवा ii. नागौर
C. वागड़ iii. सिरोही
D. बांगर iv. उदयपुर
कूट : A B C D
663 062a23591df19be4c4afd2038भौतिक विभाग एवं संबंधित जिले का सही मिलान है।
A. भाकर iii. सिरोही
B. गिरवा iv. उदयपुर
C. वागड़ i. बाँसवाड़ा
D. बांगर ii. नागौर
हर्ष पर्वत राजस्थान के किस जिले में स्थित है?
723 062a235efcae9f820baeb29991. हर्ष पर्वत राजस्थान के सीकर जिले में स्थित है। यह पर्वत सीकर शहर से लगभग 14 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है।
2. हर्ष पर्वत का नाम हर्षनाथ मंदिर के नाम पर पड़ा है। यह मंदिर हर्ष पर्वत की तलहटी में स्थित है।
3. इस पर्वत से आसपास के क्षेत्र का सुंदर दृश्य दिखाई देता है। हर्ष पर्वत पर कई धार्मिक स्थल, ऐतिहासिक स्थल, और प्राकृतिक स्थल भी हैं।