निम्नलिखित को सुमेलित कीजिए और नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
सूची-I सूची-I
(i) जहर पीर (1) रामदेवजी
(ii) शिव का अवतार (2) पाबूजी
(iii) लक्ष्मण का अवतार फड़ चित्रकला में (3) गोगाजी
(iv) रामसा पीर (4) तेजाजी
कूट -
516 06385fbdc49a42a5ac18fa4b4सभी कूटों में सही उत्तर का चयन हैं -
सूची-I सूची-I
(i) जहर पीर (3) गोगाजी
(ii) शिव का अवतार (4) तेजाजी
(iii) लक्ष्मण का अवतार फड़ चित्रकला में (2) पाबूजी
(iv) रामसा पीर (1) रामदेवजी
'मुर्कियाँ' पहने जाते हैं-
470 06385f484aec44d0c3864f4ecमुर्कियाँ कान में पहने जाने वाले आभूषण हैं। ये आमतौर पर सोने या चांदी से बने होते हैं और इनमें कई तरह के डिजाइन होते हैं। मुर्कियाँ राजस्थानी महिलाओं द्वारा पारंपरिक रूप से पहनी जाती हैं। ये आभूषण उनकी सुंदरता और गरिमा को बढ़ाते हैं।
लप्पा, लप्पी, किरण और गोखरू क्या हैं?
1504 06385f3fd49a42a5ac18f8a08लप्पा, लप्पी, किरण, बांकली, बिजिया, मुकेश और चम्पाकली गोटे के प्रकार हैं। खण्डेला(सीकर) और भिनाय(अजमेर) गोटा निर्माण के प्रमुख केन्द्र हैं। जयपुर में हाथीदांत की कलात्मक चुड़ियां बनाई जाती है। पीतल के बर्तनों की खुदाई करके उस पर कलात्मक नक्काशी का कार्य मुरादाबादी कला कहलाती है।
जयपुर में रामप्रकाश थिएटर की स्थापना किसने की हैं?
566 06385f3521f68323fe0f633a6जयपुर का रामप्रकाश थिएटर हिंदीभाषी प्रदेश का पहला नाटक भवन था जिसे महाराजा सवाई रामसिंह द्वितीय ने 1878 में बनवाया था। रामसिंह संगीत, नृत्य और नाटक में काफी दिलचस्पी रखते थे। काेलकाता, दिल्ली और शिमला में कई नाटक देखने के बाद उन्हाने जयपुर में ये थिएटर बनवाया। अपने गुणीजन खाने की गायिकाओं , नर्तकियों और बाहर की तवायफों को अभिनय के लिए प्रशिक्षित भी किया। प्रशिक्षण के लिए उन्हानेपारसी रंगमंच के पेस्तनजी भाई बाटलीवाला और अभिनेता व निर्देशक दादा भाई रतनजी ठूंठी को नियुक्त किया था।
उस स्वतंत्रता सेनानी का नाम बताइए जिसने "पंछिड़ा" नामक लोकप्रिय गीत की रचना की -
585 06385f2cca72dd915f316ffc6'पंछीड़ा' नामक लोकप्रिय गीत स्वतंत्रता सेनानी माणिक्यलाल वर्मा ने लिखा था| इन्होनें दहेज़ प्रथा, पर्दा प्रथा आदि कुप्रथाओं का विरोध किया तथा महिला शिक्षा पर जोर दिया था।
राजस्थान में आदिवासी महिलाओं में, "कटकी" परिधान कौन पहनता है?
490 06385ec3eaec44d0c3864a0b31. कटकी ओढ़नी राजस्थान के आदिवासी क्षेत्रों में प्रसिद्ध है।
2. यह विशेष रूप से अविवाहित महिलाओं के लिए है
3. इसे पवली भंता की ओढ़नी भी कहा जाता है।
4. राजस्थान में आदिवासी अविवाहित महिलाओं को कटकी कहा जाता है।