'मुर्दों का टीला' नामक पुस्तक के लेखक कौन है ?
2145 05fe2eafd92210049c5b7953fप्रसिद्ध उपन्यासकार राघे राघव ने 'मुरदो-का-टीला' उपन्यास में मोहन-जो-दोरो सभ्यता की दुनिया का चित्रण किया है।
मेवाड़ प्रजामण्डल आंदोलन से संबंधित महिला कौन है ?
6142 05f7d6eb31e5cb657ce331ed3नारायणी देवी वर्मा (उन्होंने बिजोलिया आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भी कई कदम उठाए थे। जबकि वह प्रजा मंडल आंदोलन में बहुत सक्रिय थीं, गांधीवादी आदर्शों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के परिणामस्वरूप आदिवासी कल्याण और दलित कल्याण के प्रति उनके सक्रिय प्रयास हुए। उत्थान.
निम्न में से कौन सा मात्र पुरुषों द्वारा किया जाने वाला नृत्य नहीं है?
610 062a08f37df19be4c4af779d5निम्न में से सभी नृत्य पुरुषों द्वारा किया जाता है।
( 1 ) गैर
( 2 ) ढोल
( 3 ) अग्नि
सांभर झील में किस देवी का मंदिर स्थित है?
523 061bc3ba602c4f77fe306d7f5राजस्थान स्थित माता शाकम्भरी देवी के मंदिर को ही सांभर पीठ कहा जाता है जोकि राजस्थान के जयपुर जिले मे सांभर कस्बे के पास सांभर झील मे है।
गणेश्वर की सभ्यता ———— में स्थित थी।
1999 05e43977b619edf2c23857053गणेश्वर सभ्यता- नीम का थाना (सीकर) कांटली नदी के किनारे उत्खनन RC अग्रवाल 1977 विजयकुमार 1978-79 ताम्रयुगीन सभ्यता की जननी प्रचुर ताम्र सामग्री, मछली के कांटे (हार्पून), ताम्रपीन, पत्थर के मगन/बांध के प्रमाण ।
बेणेश्वर का मेला लगता है-
673 062a89799184ea83a6372d9e31. माघ मास (माह) में राजस्थान का प्रसिद्ध बेणेश्वर मेला लगता है। बेणेश्वर मेला भारत के राजस्थान राज्य के डूंगरपुर जिले में आयोजित एक लोकप्रिय जनजातीय मेला है।
2. मेला फरवरी के महीने में बेणेश्वर में आयोजित किया जाता है, जो सोमा नदी द्वारा निर्मित एक छोटा डेल्टा है और डूंगरपुर से 68.4 किलोमीटर दूर है।
3. बेणेश्वर मेला राजस्थान और पड़ोसी राज्यों में स्थित एक आदिवासी समुदाय, भीलों के लिए बहुत अधिक धार्मिक महत्व रखता है।
4. यह कबीला यहाँ बड़ी मात्रा में इकट्ठा होता है, जिससे त्योहार जनजातियों के कुंभ मेले से कम नहीं लगता है।
5. बेणेश्वर शब्द सामान्यतः भगवान शिव और महादेव मंदिर में मौजूद शिव लिंग को संबोधित किया जाता है जो सोम, माही और जाखम नदियों के संगम के पास स्थित है।
कालीबंगा एक पूर्व-ऐतिहासिक स्थल राजस्थान के किस जिले में स्थित है?
935 05fe2e66092210049c5b75a251. खेत जोतने का सबसे प्राचीन प्रमाण कालीबंगा से प्राप्त हुआ है।
2. यह उत्तरी राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में घग्गर (सरस्वती) नदी के तट पर स्थित है।
3. कालीबंगा की खुदाई 1960 में बी.बी. लाल और बी.के. थापर ने शुरू की थी।
4. कालीबंगा से खेती के प्रमाण मिलते हैं, जो विश्व में सबसे प्राचीन है।
5. कच्ची ईंटों से बने उठे हुए चबूतरे से एक पंक्ति में अग्नि वेदी के साक्ष्य मिलते हैं।
6. सर्वप्रथम 1952 ई में अमलानन्द घोष ने इसकी खोज की। बी. के थापर व बी. बी लाल ने 1961-69 में यहाँ उत्खनन का कार्य किया।