Rajasthan GK Practice Question and Answer

Q:

राजस्थान का 'उत्तर- तोताद्रि' कहलाता है

2619 0

  • 1
    मण्डोर
    Correct
    Wrong
  • 2
    भीनमाल
    Correct
    Wrong
  • 3
    गलता
    Correct
    Wrong
  • 4
    अबूंद पर्वत
    Correct
    Wrong
  • Show AnswerHide Answer
  • Workspace

Answer : 3. "गलता "
Explanation :

गलता जी संपूर्ण उत्तर भारत की प्रथम एवं प्रधान जगदगुरु पीठ होने के कारण यह उत्तर तोताद्रि भी कहलाती है।


Q:

महाराणा प्रताप के दरबारी विद्वान जिसने मुहुर्त्तमाला ग्रन्थ की रचना की, वह था 

1045 0

  • 1
    चक्रपाणि मिश्र
    Correct
    Wrong
  • 2
    ताराचन्द
    Correct
    Wrong
  • 3
    रामा सान्दु
    Correct
    Wrong
  • 4
    माला सान्दु
    Correct
    Wrong
  • Show AnswerHide Answer
  • Workspace

Answer : 1. "चक्रपाणि मिश्र"
Explanation :

महाराणा प्रताप के दरबारी विद्वान जिसने मुहुर्त्तमाला ग्रन्थ की रचना चक्रपाणि मिश्र ने की थी।


Q:

शेष राजस्थान से मरुस्थली प्रदेश को अलग करने वाली समवर्षा रेखा है 

693 0

  • 1
    20 सेमी.
    Correct
    Wrong
  • 2
    10 सेमी.
    Correct
    Wrong
  • 3
    50 सेमी.
    Correct
    Wrong
  • 4
    30 सेमी.
    Correct
    Wrong
  • Show AnswerHide Answer
  • Workspace

Answer : 3. "50 सेमी."
Explanation :

अरावली के समानांतर मौजूद 50 सेंटीमीटर समवर्षा रेखा राजस्थान को दो भागों में विभाजित करती है।


Q:

हुरडा सम्मेलन किस वर्ष आयोजित हुआ?

568 0

  • 1
    1734 ई.
    Correct
    Wrong
  • 2
    1740 ई.
    Correct
    Wrong
  • 3
    1804 ई.
    Correct
    Wrong
  • 4
    1757 ई.
    Correct
    Wrong
  • Show AnswerHide Answer
  • Workspace

Answer : 1. "1734 ई."
Explanation :

1. यह वर्ष 1734 में आयोजित किया गया था और जय सिंह और राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों के अन्य प्रमुख शासकों ने इसकी अध्यक्षता की थी।

2. बैठक का उद्देश्य विभिन्न राजपूत जनजातियों की सेनाओं को एकजुट करना और उनकी भूमि पर विदेशियों के बढ़ते आक्रमणों को देखना और जाँचना था।

3. उस समय की अवधि के दौरान, मराठों ने भी भूमि पर आक्रमण करना शुरू कर दिया और प्रमुखता हासिल कर रहे थे।

4. राजपूत नेताओं ने जल्द ही महसूस किया कि मुगल शक्ति मराठा विस्तार का विरोध करने में असमर्थ थी और उन्होंने मराठों के खिलाफ एकजुट राजपुताना मोर्चा की शर्तों पर चर्चा करने के लिए हुरडा में एक सम्मेलन आयोजित करने का फैसला किया।

5. लंबे समय तक विचार-विमर्श के बाद, 17 जुलाई 1734 को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।

Q:

कौन - सा कारण हुरड़ा सम्मेलन बुलाने के लिए उत्तरदायी था? 

639 0

  • 1
    सामाजिक सुधार
    Correct
    Wrong
  • 2
    मुस्लिम आक्रमण
    Correct
    Wrong
  • 3
    मराठा आक्रमण
    Correct
    Wrong
  • 4
    पिण्डारी आक्रमण
    Correct
    Wrong
  • Show AnswerHide Answer
  • Workspace

Answer : 3. "मराठा आक्रमण "
Explanation :

1. यह वर्ष 1734 में आयोजित किया गया था और जय सिंह और राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों के अन्य प्रमुख शासकों ने इसकी अध्यक्षता की थी।

2. बैठक का उद्देश्य विभिन्न राजपूत जनजातियों की सेनाओं को एकजुट करना और उनकी भूमि पर विदेशियों के बढ़ते आक्रमणों को देखना और जाँचना था।

3. उस समय की अवधि के दौरान, मराठों ने भी भूमि पर आक्रमण करना शुरू कर दिया और प्रमुखता हासिल कर रहे थे।

4. राजपूत नेताओं ने जल्द ही महसूस किया कि मुगल शक्ति मराठा विस्तार का विरोध करने में असमर्थ थी और उन्होंने मराठों के खिलाफ एकजुट राजपुताना मोर्चा की शर्तों पर चर्चा करने के लिए हुरडा में एक सम्मेलन आयोजित करने का फैसला किया।

5. लंबे समय तक विचार-विमर्श के बाद, 17 जुलाई 1734 को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।

Q:

श्री मोतीलाल तेजावत द्वारा एकी आंदोलन की शुरुआत कहाँ से की गई?

834 0

  • 1
    उदयपुर
    Correct
    Wrong
  • 2
    मातृकुण्डिया
    Correct
    Wrong
  • 3
    नीमड़ा
    Correct
    Wrong
  • 4
    डूंगरपुर
    Correct
    Wrong
  • Show AnswerHide Answer
  • Workspace

Answer : 2. " मातृकुण्डिया"
Explanation :

1. तेजावत जी ने सर्वप्रथम चितौड़ जिले के मातृकुण्डिया नामक स्थान पर सन् 1921 में एकी आंदोलन का सूत्रपात किया। 

2. मोतीलाल तेजावत जन्म सन् 1886 में उदयपुर जिले के कोल्यारी गांव में हुआ था। तेजावत हिन्दी, उर्दू एवं गुजराती भाषाओं के अच्छे ज्ञाता थे। 

3. वैशाख पूर्णिमा के दिन आप हजारों किसानों के साथ उदयपुर आकर महाराणा फतहसिंह से मिले व आपने महाराणा को 21 कलमें लगान, बेगार संबंधी प्रस्तुत की जिसमें से महाराणा ने 18 कलमें माफ कर दी।

Q:

मोतीलाल तेजावत ने भीलों का आंदोलन कहाँ से शुरू किया?

576 0

  • 1
    सिरोही
    Correct
    Wrong
  • 2
    झाडोल
    Correct
    Wrong
  • 3
    भूला
    Correct
    Wrong
  • 4
    बलोरिया
    Correct
    Wrong
  • Show AnswerHide Answer
  • Workspace

Answer : 2. "झाडोल"
Explanation :

1. मोतीलाल तेजावत को भील क्षेत्र में बावजी नाम से जाना जाता हैं।

2. मोतीलाल तेजावत एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, आदिवासी नेता और समाज सुधारक थे। उन्हें "आदिवासियों का मसीहा" के रूप में जाना जाता है।

3 तेजावत का जन्म 1886 में राजस्थान के उदयपुर जिले के कोलियारी गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही प्राप्त की। बाद में, उन्होंने झाड़ोल ठिकाने में एक स्थानीय जागीदार के यहां कामदार का कार्य किया।

4. मोतीलाल तेजावत ने राजस्थान में 'एकी आंदोलन का उद्घाटन किया जिसकी की शुरुआत 1921 में हुई थी।

Q:

एकी आन्दोलन की शुरुआत 1921 ई. मोतीलाल तेजावत ने कहाँ से शुरू की थी?

583 0

  • 1
    देवलिया
    Correct
    Wrong
  • 2
    सांवलिया
    Correct
    Wrong
  • 3
    मण्डफिया
    Correct
    Wrong
  • 4
    मातृकुण्डिया
    Correct
    Wrong
  • Show AnswerHide Answer
  • Workspace

Answer : 4. "मातृकुण्डिया "
Explanation :

1. मोतीलाल तेजावत को भील क्षेत्र में बावजी नाम से जाना जाता हैं।

2. मोतीलाल तेजावत एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, आदिवासी नेता और समाज सुधारक थे। उन्हें "आदिवासियों का मसीहा" के रूप में जाना जाता है।

3 तेजावत का जन्म 1886 में राजस्थान के उदयपुर जिले के कोलियारी गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही प्राप्त की। बाद में, उन्होंने झाड़ोल ठिकाने में एक स्थानीय जागीदार के यहां कामदार का कार्य किया।

4. मोतीलाल तेजावत ने राजस्थान में 'एकी आंदोलन का उद्घाटन किया जिसकी की शुरुआत 1921 में हुई थी।

      Report Error

    Please Enter Message
    Error Reported Successfully

      Report Error

    Please Enter Message
    Error Reported Successfully

      Report Error

    Please Enter Message
    Error Reported Successfully

      Report Error

    Please Enter Message
    Error Reported Successfully

      Report Error

    Please Enter Message
    Error Reported Successfully

      Report Error

    Please Enter Message
    Error Reported Successfully

      Report Error

    Please Enter Message
    Error Reported Successfully

      Report Error

    Please Enter Message
    Error Reported Successfully