चित्तौड़ दुर्ग में स्थित 'कीर्ति स्तम्भ' किसको समर्पित है?
488 062b05791fbadac125c62534b1. चित्तौड़गढ़ दुर्ग भारत के राजस्थान राज्य में चित्तौड़गढ़ शहर में स्थित एक ऐतिहासिक किला है। यह भारत के सबसे बड़े और सबसे महत्वपूर्ण किलों में से एक है, और इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
2. इन सब आकर्षणों के अलावा सबसे खास हैं यहां के दो पाषाणीय स्तंभ, जिन्हें कीर्ति स्तंभ और विजय स्तंभ कहा जाता है. ये दो स्तंभ, किले के और राजपूत वंश के गौरवशाली अतीत को दर्शाते हैं. अपनी खूबसूरती, स्थापत्य और ऊंचाई से ये दोनो स्तंभ पर्यटकों को बहुत आकर्षित करते हैं।
राजस्थान निवासी उस व्यक्ति का नाम बताइये जिसने 'इन्तकाल पुस्तक की रचना की-
693 062b05715184ea83a638b2aecराजस्थान निवासी शिव चरण सेन जिसने इन्तकाल पुस्तक की रचना की थी।
स्वांगिया माता कुलदेवी किस क्षेत्र की शासक थीं?
1044 05fdaeaed2e6e2d68d772b50aस्वांगियां माता : राजस्थान के जनमानस में आस्था की प्रतीक लोकदेवियों, कुलदेवियों के उद्भवसूत्र पर यदि दृष्टि डाली जाये तो हम पायेंगे कि शक्ति की प्रतीक बहुत सी प्रसिद्ध देवियों का जन्म चारणकुल में हुआ है। चारणकुल में जन्मी प्रसिद्ध देवियों में आवड़, स्वांगियां, करणी माता आदि प्रमुख है। विभिन्न राजवंशों की गौरवगाथाओं के साथ इन देवियों की अनेक चमत्कारिक घटनाएँ इतिहास के पन्नों पर दर्ज है।
किशनगंज व शाहबाद में सहरिया जनजाति का कितना प्रतिशत पाया जाता है?
508 0659fb84d32c8dbaa2c4e19621. सहरिया राजस्थान में सबसे पिछड़ी अनुसूचित जनजाति है।
2. बाराँ जिले के किशनगंज और शाहबाद तहसील में 98 फीसदी सहरिया आदिवासी रहते हैं।
'सहरिया जनजाति के कुंभ' के रूप में किस मेले को जाना जाता है?
2284 05f7c3aa23f983379e3e30e04सीताबाड़ी का मेला (केलवाड़ा – बांरा)
यह मेला ज्येष्ठ अमावस्या को भरता है। इस मेले को “सहरिया जनजाति का कुम्भ” कहते है। हाडौती अंचल का सबसे बडा मेला है।
सहरिया जनजाति के कुम्भ' के नाम से प्रसिद्ध मेला है-
596 06385eb4149a42a5ac18f1095सीताबाड़ी का मेला (केलवाड़ा – बांरा)
यह मेला ज्येष्ठ अमावस्या को भरता है। इस मेले को “सहरिया जनजाति का कुम्भ” कहते है। हाडौती अंचल का सबसे बडा मेला है।