" भारतीय नारी त्याग, बलिदान, साहस, शक्ति तथा सेवा की सजीव मूर्ति है। " इस वाक्य में कौन - सा काल है?
5निम्नलिखित गद्यांश के आधार पर प्रश्नउत्तर लिखिए :
भारतीय नारी त्याग, बलिदान, साहस, शक्ति तथा सेवा की सजीव मूर्ति है। जीवन में सुख - दुःख में छाया की भाँति पुरुष का साथ देने के कारण वह अर्द्धांगिनी, घर की व्यवस्थापिका होने के कारण वह लक्ष्मी और श्लाघनीय गुणों के कारण वह देवी कही जाती है। स्वार्थ और भोग - लिप्सा को तिलांजलि देकर भारतीय नारी ने आत्म बलिदान के द्वारा समय - समय पर ऐसी ज्योति प्रज्जवलित की है कि उसके पुनीत प्रकाश में पुरुष ने अपना मार्ग ढूँढ़ा है। उसकी शक्ति के आगे तो यमराज को भी हारना पड़ा नारी का सम्मान करके ही पुरुष का जीवन कुसुम सुवासित होता है । भारतीय संस्कृति के अनुसार जहाँ नारी का सम्मान होता है, वहाँ देवता निवास करते हैं।
Q:
" भारतीय नारी त्याग, बलिदान, साहस, शक्ति तथा सेवा की सजीव मूर्ति है। " इस वाक्य में कौन - सा काल है?
- 1भूतकालfalse
- 2वर्तमान कालtrue
- 3भविष्यत् कालfalse
- 4इनमें से कोई नहींfalse
- Show AnswerHide Answer
- Workspace