तुलसी सुनि केवट के बर हँसे प्रभु जानकी ओर हहा है।।पंक्तियों में शब्द शक्ति है-
पावन पाय पखारि के नाव चढ़हही, आयसु होत कहा है।तुलसी सुनि केवट के बर हँसे प्रभु जानकी ओर हहा है।।पंक्तियों में शब्द शक्ति है-
‘गवैया' शब्द में कौन सा प्रत्यय है।
‘वाक् + मय’ का संधि रूप है
'विषैला' शब्द में प्रत्यय है
'मधुर' विशेषण से बनी भाववाचक संज्ञा है
'महापुरुष' में कौन - सा समास है?