निरक्षर व्यक्ति किस-किसमें अंतर नहीं कर पाता है?
5निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढकर उन पर दिए गए प्रश्नों के उत्तर सही उत्तर-विकल्प चुनकर लिखिए|
निरक्षरता किसी भी राष्ट्र, समाज एवं स्वयं व्यक्ति के लिए कलंक है। निरक्षर व्यक्ति के पास सोचने-समझने की स्वतंत्र शक्ति नहीं होती। न तो वह् सामाजिक विकास के बारे में सोच सकता है, न तो व्यक्तिगत विकास के बारे में। निरक्षर व्यक्ति अच्छे-बुरे, उचित-अनुचित, कर्तव्य-अकर्तव्य के बीच में अंतर नहीं कर पाता। निरक्षरता के कारण देश को अच्छे नागरिक नहीं मिल पाते। उन्हें अपने अधिकारों और कर्तव्यों का ज्ञान नहीँ हो पाता। उन्हें अपने कीमती वोटों का ज्ञान नहीं होता। थोडे से पैसों के लालच में आकर वे अपने अमूल्य वोट अयोग्य नेताओं को दे देते हैं और इस प्रकार देश का भविष्य गलत हाथों में पड़ जाता है। नेता निर्धारित समय तक अपनी मनमानी करते हैं। उन्हें यह ज्ञात होता है कि इन लोगों को किस प्रकार मूर्ख बनाया जा सकता है। अत: देश में अज्ञानता तथा निरक्षरता को जड़ से हटाने के लिए सामूहिक प्रयत्न आवश्यक है। इसके लिए शिक्षा-व्यवस्था में परिवर्तन घर-घर शिक्षा का दीप जलाना होगा | उन्हें साक्षरता के लाभों से अवगत कराना होगा। शिक्षण संस्थानों में भेदभाव एवं भ्रष्टाचार समाप्त करना होगा तथा आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को मुफ्त शिक्षा देनी होगी। हमारे भारत देश का भविष्य तभी उज्जवल होगा जब हर नागरिक साक्षर होगा।
Q:
निरक्षर व्यक्ति किस-किसमें अंतर नहीं कर पाता है?
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- 4उपर्युक्त सभीtrue
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