चिर जीवो, जोरी जुरे, क्यों न सनेह गंभीर।को पटि या वृषभानुजा, वे हलधर के बीर।।
निम्नलिखित दोहे में कौनसी शब्द शक्ति का चमत्कार द्रष्टव्य है?चिर जीवो, जोरी जुरे, क्यों न सनेह गंभीर।को पटि या वृषभानुजा, वे हलधर के बीर।।
‘गवैया' शब्द में कौन सा प्रत्यय है।
‘वाक् + मय’ का संधि रूप है
'विषैला' शब्द में प्रत्यय है
'मधुर' विशेषण से बनी भाववाचक संज्ञा है
'महापुरुष' में कौन - सा समास है?