Join Examsbook
632 0

Q:

'ढाक के वही तीन पात' लोकोक्ति का भावार्थ है-

  • 1
    परिणाम कुछ नहीं, बात वहीं की वहीं।
  • 2
    ढाक के पत्ते तीन-तीन के समूह में होते हैं।
  • 3
    पतझड़ में भी ढाक के कुछ पत्ते बचे रहते हैं।
  • 4
    ढाक के उपयोगी पत्तों से सुन्दर दोने बनते हैं।
  • Show AnswerHide Answer
  • Workspace

Answer : 1. "परिणाम कुछ नहीं, बात वहीं की वहीं।"
Explanation :

1. 'ढाक के वही तीन पात' लोकोक्ति का अर्थ है- "सदा एक सी स्थिति बने रहना"।

2. इसके प्रश्न में विकल्प के अनुसार 'ढाक के वही तीन पात' लोकोक्ति का भावार्थ परिणाम कुछ नहीं, बात वहीं की वहीं होगा।

Are you sure

  Report Error

Please Enter Message
Error Reported Successfully