आज का मानव रज और तम से अभिभूत है। "इस वाक्य मेंरेखांकित शब्द की भाववाचक संज्ञा क्या होगी-"
5निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनिए-
भारतीय संस्कृति में आप - ज्ञान सर्वोच्च है। इस ज्ञान का प्रादुर्भाव सृष्टि के आरम्भ में हुआ। ऋषिगण रज और तम के स्पर्श से रहित थे। अतः उनकी बुद्धि देश और काल की सीमाओं से परे का ज्ञान भी स्वायत्त करती थी। वे थे भी दीर्घायु। फलत : जिस प्रकार पार्वत्य निर्झर की वारिधारा अपने उद्गम स्थान में पवित्र और निर्मल होती है, उसी प्रकार यह असाधारण बहुविध ज्ञान स्वच्छ और शुभ्र था । आज का मानव रज और तम से अभिभूत है| वह अधिक से अधिक शतवर्ष जीवी है। उसका भोजन इतना शुद्ध नहीं। संसार का वायुमण्डल भी स्वार्थ, धोखा, असत्य भाषण और मारकाट के कलुषित भावों से ओत - प्रोत है। अतः वर्तमान मानव का बुद्धि स्तर बहुत उच्च नहीं। इतिहास इसका साक्ष्य। इस अवस्था में युग - युग में मानव का विकास हुआ या हास , यह प्रश्न गम्भीर विचार योग्य है। इस सिद्धान्त पर पाश्चात्य ज्ञान और आर्ष - ज्ञान की टक्कर अवश्यम्भावी है।
Q:
आज का मानव रज और तम से अभिभूत है। "इस वाक्य मेंरेखांकित शब्द की भाववाचक संज्ञा क्या होगी-"
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