प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नवीनतम जीके इतिहास प्रश्न

Latest GK History Questions for Competitive Exams
Q :  

’सोशल डेमोक्रेटिक एलायंस’ की स्थापना किसने की थी?

(A) कार्ल मार्क्स

(B) बाकुनिन

(C) मैलिनकौक

(D) जॉर्ज फ़ैकानौब


Correct Answer : B
Explanation :
1869 में, ऑगस्ट बेबेल और लिबनेख्त ने पेटी-बुर्जुआ सैक्सन पीपुल्स पार्टी (एसवीपी), एडीएवी के एक गुट और जर्मन वर्कर्स एसोसिएशन लीग के सदस्यों के विलय के रूप में जर्मनी की सोशल डेमोक्रेटिक वर्कर्स पार्टी (एसडीएपी) की स्थापना की। वीडीए)।



Q :  

दिल्ली सल्तनत काल में तबकात-ए-नासिरी की रचना किसने की?

(A) हसन निज़ामी

(B) अमीर खुसरो

(C) मिनाज-उस-सिराज

(D) जियाउद्दीन बरनी


Correct Answer : C
Explanation :

1. तबकात-ए-नासिरी (फारसी : طبقات ناصری ) एक इतिहास ग्रन्थ है जो फारसी भाषा में है। जिसकी रचना मिनाज-उस-सिराज की थी।

2. अपनी इस कृति को मिनहाज ने गुलाम वंश के शासक नसीरुद्दीन महमूद को समर्पित किया था।


Q :  

निम्नलिखित में से कौन सी लुईस कैरोल की पुस्तक है?

(A) रिक्की-टिक्की-तवी(Rikki-Tikki-Tavi)

(B) वह आदमी जो राजा बनेगा(The Man Who Would be King)

(C) द जंगल बुक(The Jungle Book)

(D) ऐलिस एडवेंचर्स इन वंडरलैंड(Alice's Adventures in Wonderland)


Correct Answer : D
Explanation :

1. लुईस कैरोल की प्रमुख किताबे है।

- एलिस एडवेंचर इन वंडरलैंड (1865)

- थ्रू द लुकिंग-ग्लास (1871)

- द हंटिंग ऑफ़ द शार्क (1865)


Q :  

भारत में साइमन कमिशन के विरोध का क्या कारण था?

(A) कमिशन में कोई भी भारतीय सदस्य नहीं था ।

(B) इसमें भारत विरोधी भावनाएं हैं।

(C) (A) और (B) दोनों

(D) इनमें से कोई नहीं


Correct Answer : A
Explanation :
भारत में साइमन कमीशन का विरोध किया गया क्योंकि इसमें कोई भारतीय प्रतिनिधि नहीं था। यह जॉन साइमन की अध्यक्षता में 7 ब्रिटिश संसद सदस्यों का एक समूह था। साइमन कमीशन को भारत के वैधानिक आयोग के रूप में भी जाना जाता था।



Q :  

’समग्र राष्ट्रभाव’ के सिद्धान्त को किस राष्ट्रीय नेता ने विकसित किया?

(A) दादाभाई नौरोजी

(B) विपिन चन्द्र पाल

(C) सुरेन्द्रनाथ बनर्जी

(D) बी. आर. अम्बेडकर


Correct Answer : A
Explanation :
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ही दर्शन के अनुरूप कार्य में समर्पित राष्ट्र सेविका समिति, भारत की स्त्रियों की एक अग्रणी संस्था है। हम सभी यह जानते है कि इसकी स्थापना 1936 में विजयादशमी के दिन वर्धा में हुई थी ।



Q :  

निम्नलिखित में से कौन सा भारत में पुरातात्विक महत्व का पुरापाषाणिक स्थल है?

(A) चिरांद

(B) बुर्जहोम

(C) हुनासागी

(D) मेहरगढ़


Correct Answer : C
Explanation :

1. हुनसागी भारत में पुरातात्विक महत्व का एक पुरापाषाण स्थल है जो कर्नाटक के गुलबर्गा जिले में है।

2.हुनासागी में उत्खनन से प्राप्त एक अंतिम चरण के पुराने पाषाण युग स्थल में लाल-भूरे रंग के चर्ट से बने पत्थर के उपकरण और हथियार मिले हैं।


Q :  

अहमदशाह अब्दाली के भारत पर आक्रमण और पानीपत की तीसरी लड़ाई लड़ने का तात्कालिक कारण क्या था?

(A) वह मराठों द्वारा लाहौर से अपने वाइसराय तैमूर शाह के निष्कासन का बदला लेना चाहता था।

(B) उसे जालंधर के कुंठाग्रस्त राज्यपाल आदीन बेग ख़ान ने पंजाब पर आक्रमण करने के लिए आमंत्रित किया।

(C) वह मुग़ल प्रशासन को चहार महल (गुजरात, औरंगाबाद, सियालकोट तथा पसरूर) के राजस्व का भुगतान न करने के लिए दंडित करना चाहता था।

(D) वह दिल्ली की सीमाओं तक के पंजाब के सभी उपजाऊ मैदानों को हड़प कर अपने राज्य में विलय करना चाहता था।


Correct Answer : A
Explanation :
पानीपत की तीसरी लड़ाई अहमद शाह अब्दाली (जिन्हें अहमद शाह दुर्रानी भी कहा जाता है) और मराठा कमांडर सदाशिव राव भाऊ के बीच 14 जनवरी 1761 को पानीपत के मैदान में हुई थी।



Q :  

निम्नलिखित में से कौन एक आर्य समाज के साथ सम्बद्ध नहीं था?

(A) दयानन्द सरस्वती

(B) लाला हंसराज

(C) पंडित हरदयाल

(D) लाला लाजपत राय


Correct Answer : C
Explanation :
आर्य समाज की स्थापना 1875 में स्वामी दयानंद सरस्वती ने बंबई में की थी। बाद में इसका मुख्यालय लाहौर स्थानांतरित कर दिया गया। आर्य समाज ने लैंगिक समानता, सभी के प्रति प्रेम और दान पर ध्यान केंद्रित किया। समाज ने ईश्वर के पितृत्व और मनुष्य के भाईचारे पर जोर दिया। समाज ने गैर-हिंदुओं को हिंदू बनाने के लिए शुद्धि आंदोलन शुरू किया। यह 20वीं सदी में भारत में साम्प्रदायिकता के प्रसार में एक सहायक कारक बन गया। आर्य समाज ने वेदों की सत्ता को स्वीकार किया परन्तु शास्त्री वर्ग की सत्ता को नहीं माना।



Q :  

निम्नांकित में से किस शासक ने अपने सिक्कों पर ये अंकित किया था- ‘प्रभुसत्ता हर व्यक्ति को नहीं दी जाती है, बल्कि उसे दी जाती है जो चुना गया हो’

(A) इल्तुतमिश

(B) अलाउद्दीन ख़िलज़ी

(C) मुहम्मद तुग़लक

(D) बहलोल लोदी


Correct Answer : C
Explanation :
1325 से 1351 तक दिल्ली के सुल्तान मुहम्मद-बिन-तुगलक ने अपने सिक्कों पर यह कथन अंकित कराया था कि "संप्रभुता हर व्यक्ति को नहीं दी जाती है, बल्कि निर्वाचित व्यक्ति को सौंपी जाती है।" यह शिलालेख राजत्व के दैवीय अधिकार की अवधारणा में उनके विश्वास को दर्शाता है, जहां शासक को भगवान द्वारा चुना जाता है और उसके पास सर्वोच्चता होती है



Showing page 4 of 4

    Choose from these tabs.

    You may also like

    About author

    Rajesh Bhatia

    A Writer, Teacher and GK Expert. I am an M.A. & M.Ed. in English Literature and Political Science. I am highly keen and passionate about reading Indian History. Also, I like to mentor students about how to prepare for a competitive examination. Share your concerns with me by comment box. Also, you can ask anything at linkedin.com/in/rajesh-bhatia-7395a015b/.

    Read more articles

      Report Error: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नवीनतम जीके इतिहास प्रश्न

    Please Enter Message
    Error Reported Successfully