IBPS क्लर्क परीक्षा पैटर्न
पब्लिक सेक्टर के बैंकों में क्लर्क के पदों पर भर्ती के लिए हर साल इंस्टिट्यू ऑफ बैंकिंग पर्सनल सिलेक्शन (आईबीपीएस) क्लर्क भर्ती परीक्षा का आयोजन करता हैं। जिन पर काफी अधिक उम्मीदवारों की भर्ती की जाती हैं, इसलिए यह परीक्षा अन्य परीक्षाओं से कहीं ज्यादा महत्त्व रखती हैं। इस परीक्षा के लिए पूरे भारत से स्नातक पास उम्मीदवारों के आवेदन लाखों की संख्या में आते हैं और जो आईबीपीएस क्लर्क परीक्षा में उपस्थित होते हैं।
IBPS क्लर्क परीक्षा की तैयारी की दिशा में पहला कदम यह हैं कि गहराई से आप परीक्षा के पैटर्न को समझ लें। तो,चलिए इस लेख में हम परीक्षा के पैटर्न की विस्तृत चर्चा करते हैं।
IBPS Clerk परीक्षा - नवीनतम परीक्षा पैटर्न
- IBPS क्लर्क परीक्षा दो चरणों में आयोजित की जाएगी - प्रीलिम्स और मेन्स परीक्षा।
- जबकि प्रारंभिक परीक्षा में सुरक्षित किए गए अंकों को अंतिम चयन के लिए नहीं माना जाएगा, केवल मेन्स परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट सूची तैयार की जाती हैं।
- पहले और दूसरे चरण में प्रश्न के प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.25 अंक की नैगेटिव मार्किंग की जाती हैं।
प्रीलिम्स परीक्षा पैटर्न:
प्रीलिम्स, क्लर्क परीक्षा का पहला चरण हैं, इस पेपर को क्लीयर करने वाले अभ्यर्थी आईबीपीएस क्लर्क के लिए उपस्थित होते हैं। मेंस परीक्षा की तुलना में प्रीलिम्स परीक्षा का स्तर आसान होता हैं, इसलिए इसका कट-ऑफ भी अधिक होता हैं। इस भर्ती परीक्षा के लिए उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों को एक कम्प्युटर आवंटित किया जाता हैं, जहां उन्हें पहले उन सभी दिशा-निदेर्शों को दिखाया जाता हैं जिनका पालन करना आवश्यक होता हैं। जिसके बाद प्रश्न दिखाई देते हैं,जिनके उत्तर सभी उम्मीदवारों को एक एक करके देने होते हैं। नीचे IBPS क्लर्क प्रीलिम्स परीक्षा पैटर्न का विस्तृत स्वरूप दिया जा रहा हैं-
क्र.सं. |
खंड(विषय सूची) |
प्रश्नों की संख्या |
अंक |
समय सीमा |
1 |
अंग्रेजी भाषा |
30 |
30 |
20 मिनट |
2 |
संख्यात्मक अभियोग्यता |
35 |
35 |
20 मिनट |
3 |
तार्किक योग्यता |
35 |
35 |
20 मिनट |
|
कुल |
100 |
100 |
60 मिनट |
नोट –
- प्रीलिम्स परीक्षा में 100 अंकों के वैकल्पिक वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं।
- इस परीक्षा के लिए अभ्यार्थी को कुल 1 घंटे का समयावधि दी जाती हैं।
- प्रीलिम्स परीक्षा प्रश्नपत्र को 3 खण्डों में विभाजित किया गया हैं जिनमें से प्रत्येक खंड के लिए आपको 20 मिनट दिए जाते हैं|
मेंस परीक्षा पैटर्न:
क्लर्क परीक्षा का दूसरे चरण मेंस एग्जाम ऑनलाइन मोड में आयोजित किया जाता हैं। इस टेस्ट में 4 भाग जनरल इंग्लिश, तार्किक क्षमता और कंप्यूटर ज्ञान, संख्यात्मक अभियोग्यता, सामान्य और वित्तीय जागरूकता के प्रश्न पूछे जाते हैं।प्रीलिम्स परीक्षा की तुलना में मेंस परीक्षा का लेवल काफी टफ होता हैं। मेंस में प्राप्त अंकों को अंतिम मेरिट सूची में जोड़ा जाता हैं। एग्जाम पैटर्न की कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातें इस प्रकार से हैं-
क्र.सं. |
खंड(विषय सूची) |
प्रश्नों की संख्या |
अंक |
समय सीमा |
1. |
सामान्य और वित्तीय जागरूकता |
50 |
50 |
35 मिनट |
2. |
अंग्रेजी भाषा |
40 |
40 |
35मिनट |
3. |
डेटा विश्लेषण और व्याख्या |
50 |
50 |
45 मिनट |
4. |
तार्किक और कंप्यूटर योग्यता |
50 |
60 |
45मिनट |
|
कुल |
190 |
200 |
160 मिनट |
नोट –
- मेंस परीक्षा वस्तुनिष्ठ परीक्षा और वर्णनात्मक परीक्षा का एक संयोजन होती हैं।
- आईबीपीएस क्लर्क परीक्षा के तहत अंतिम मेरिट सूची तैयार करते समय 200 में से प्राप्त अंकों को सामान्यीकृत(मानक के अनुसार) अंकों में बदल दिया जाएगा।
- आईबीपीएस मेंस ऑब्जेक्टिव एग्जाम की कुल अवधि 2 घंटे 40 मिनट होती हैं।
- वस्तुनिष्ठ परीक्षा में यदि कोई प्रश्न रिक्त छोड़ दिया जाता है, अर्थात उम्मीदवार द्वारा कोई उत्तर नहीं दिया जाता है, तो उस प्रश्न पर कोईनेगटिव मार्किंगनहींकी जाती हैं।
स्थानीय भाषा का परीक्षण(LPT)
प्रीलिम्स और मेंस दोनों चरणों को सफलतापूर्वक उत्तीर्ण करने के बाद, उम्मीदवारों को उस राज्य के लिए, जहाँ से उन्होंने आवेदन दिया है, एक भाषा दक्षता परीक्षा(LPT) से गुजरना होता हैं। यदि आप एक अलग राज्य से अप्लाई कर रहे हैं, तो उस राज्य की क्षेत्रीय भाषा आपको पढ़नी, लिखनी अच्छी तरीके से आनी चाहिए, क्योंकि SBI क्लर्क मेन्स परीक्षा के बाद भाषा प्रवीणता परीक्षा होगी।
फाइनल मार्क्स कैसे कैलकुलेट होंगे ?
- IBPS क्लर्क एग्जाम के लिए फाइनल स्कोर कुछ खास पॉइंट्स पर तय होता हैं।
- प्रीलिमिनरी एग्जाम (चरण-1) में स्कोर किए गए मार्क्स को फाइनल स्कोर में शामिल नहीं किया जाता हैं। वह सिर्फ मेंस एग्जाम (चरण-2) के लिए क्वॉलिफाई करने के मकसद से होता हैं।
- कैंडिडेट्स को मेंस एग्जाम और इंटरव्यू क्लियर करना होता हैं।
- हर कैटिगरी की फाइनल मेरिट लिस्ट के लिए 100 मार्क्स के ऐग्रीगेट का इस्तेमाल किया जाता हैं।
तैयारी के टिप्स -
- परीक्षा के लिए सिलेबस ऊपर वर्णित किया गया हैं और आपका अगला कदम पाठ्यक्रम के माध्यम से अपनी आवश्यकताओं को समझना हैं।
- एक बार जब आप सिलेबस के साथ हो जाते हैं, तो अगला कदम यह हैं कि हर विषय में मूल नियमों पर ध्यान देकर तैयारी शुरू करें। इसके अलावा, किसी भी विषय के किसी भी नियम के संदर्भ को बहुत सावधानी से सीखें ताकि आप उनके आधार पर प्रश्नों का प्रयास कर सकें।
- किसी भी परीक्षा के लिए रिविजन आपकी तैयारी का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है क्योंकि आपको पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न से अच्छी तरह वाकिफ होना चाहिए। आपको इस बात का अंदाजा होना चाहिए कि आप परीक्षा में क्या करने जा रहे हैं। वास्तविक परीक्षा में क्या आने वाला हैं।
- यह तैयारी का अंतिम चरण हैं क्योंकि आपको अपनी तैयारी का परीक्षण करने की आवश्यकता है और यह भी देखें कि आप इस समय कहां खड़े हैं। लेकिन अगर आप सिलेबस के साथ काम कर रहे हैं तो आप बार-बार टॉपिक्स को रिवाइज करते रहना चाहिए।
निष्कर्ष:
दोस्तो,लगातार आईबीपीएस क्लर्क परीक्षा के प्रश्नों की बढ़ती जटिलता की वजह से इस परीक्षा की तैयारी में उम्मीदवार को पिछले वर्षों के मुकाबले अधिक मेहनत की भी आवश्यकता होती है, इसलिए जितना कम हो सके अपना समय बर्बाद करें और तैयारी में पूरा फोकस करें। हम आशा करते हैं कि एग्जाम पैटर्न और IBPS क्लर्क परीक्षा सिलेबस को समझकर आसानी से IBPS क्लर्क परीक्षा की तैयारी शुरू कर सकते हैं। साथ ही साथ आप आईबीपीएस क्लर्क टेस्ट सीरीज के महत्वपूर्ण अभ्यास टेस्ट और मॉक टेस्ट के साथ भी अभ्यास कर सकते हैं।