उत्तर के साथ प्राचीन इतिहास जीके प्रश्नोत्तरी
हमारे ब्लॉग प्राचीन इतिहास जीके प्रश्नोत्तरी उत्तर के साथ आपका स्वागत है! पुरातनता की गहराई का अन्वेषण करें और ऐतिहासिक घटनाओं, संस्कृतियों और सभ्यताओं के बारे में अपनी समझ का परीक्षण करें। प्राचीन इतिहास के बारे में उत्तर सहित यह प्राचीन इतिहास सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी, जो प्रारंभिक सभ्यताओं के उदय से लेकर शक्तिशाली साम्राज्यों के पतन तक की अवधि को कवर करती है, इस आकर्षक विषय के बारे में आपके ज्ञान का परीक्षण करने के लिए है।
प्राचीन इतिहास जीके
उत्तर के साथ यह प्राचीन इतिहास जीके प्रश्नोत्तरी समय के माध्यम से एक आकर्षक और शैक्षिक यात्रा है, जो इतिहास के शौकीनों, उत्सुक शिक्षार्थियों और आम तौर पर जिज्ञासु लोगों के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। मेसोपोटामिया और मिस्र की उपलब्धियों से लेकर प्राचीन ग्रीस और रोम के उत्थान और पतन तक, प्राचीन इतिहास के महत्वपूर्ण पहलुओं को संबोधित करने के लिए प्रत्येक प्रश्न का निर्माण सोच-समझकर किया गया है। अब, आइए कलम और कागज पकड़कर या अपने उत्तर टाइप करने के लिए तैयार होकर युगों तक अपनी यात्रा शुरू करें। यह देखने के लिए कि आप विषय को कितनी अच्छी तरह जानते हैं और अपने ज्ञान का परीक्षण करने के लिए उत्तरों के साथ हमारी प्राचीन इतिहास जीके प्रश्नोत्तरी लें!
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उत्तर के साथ प्राचीन इतिहास जीके प्रश्नोत्तरी
Q : शब्द 'निष्क' का अर्थ वैदिक काल में आभूषण था, जिसका अर्थ बाद में प्रयोग हुआ, निम्न रूप है ?
(A) कृषि के उपकरण
(B) लिपि
(C) सिक्का
(D) शास्त्र
Correct Answer : C
Explanation :
ऋग्वेद के अनुसार 'निष्क' गले का आभूषण है। बाद में, 'निष्क' का उपयोगसोने के सिक्के का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया गया था।
वैदिक देवता इन्द्र ईश्वर थे ?
(A) शाश्वतता के
(B) वर्षा एवं ब्रज के
(C) अगिन के
(D) पवन के
Correct Answer : B
Explanation :
इंद्र हिंदू धर्म के वैदिक युग में एक प्रमुख देवता थे। वैदिक काल में इंद्र को ऋग्वेद 6.30.4 में किसी भी अन्य देवता से श्रेष्ठ बताया गया है। सायण ने ऋग्वेद 6.47.18 पर अपनी टिप्पणी में इंद्र को कई रूप धारण करने वाला, अग्नि , विष्णु और रुद्र को अपना मायावी रूप बनाने वाला बताया है।
भारत के प्रतीक चिह्न की आधार पट्टी पर अंकित शब्द 'सत्यमेव जयते' किससे लिए गए हैं ?
(A) रामायण
(B) मुण्डकोपनिषद्
(C) ऋग्वेद
(D) शत्पथ ब्राह्मण
Correct Answer : B
Explanation :
दाएं तथा बाएं छोरों पर अन्य चक्रों के किनारे हैं। आधार का पदम छोड़ दिया गया है। फलक के नीचे मुण्डकोपनिषद का सूत्र 'सत्यमेव जयते' देवनागरी लिपि में अंकित है, जिसका अर्थ है- 'सत्य की ही विजय होती है'।
गायत्री मंत्र का सर्वप्रथम उल्लेख कहां मिलता हैं ?
(A) अथर्ववेद
(B) उपनिषद
(C) पुराणों
(D) ऋग्वेद
Correct Answer : D
Explanation :
यह मन्त्र सर्वप्रथमऋग्वेदमें उद्धृत हुआ है।
ऋग्वैदिक काल से पूर्व आर्यों का मुख्य व्यवसाय क्या था ?
(A) खेती
(B) पशुपालन
(C) व्यापार
(D) शिल्पकारी
Correct Answer : B
Explanation :
भारतीय प्राचीन इतिहास में माना जाता है कि आर्य घोड़े पर सवार होकर आये थे। अत: इनका मुख्य व्यवसायपशुपालनहै। पूरा उत्तर: वैदिक काल भारत के इतिहास में कांस्य युग और प्रारंभिक लौह युग के बीच का अंतिम काल है जब वेदों की रचना भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी, शहरी छोर पर की गई थी।
निम्नलिखित में से कौन-सा वेद सबसे प्राचीन है ?
(A) यजुर्वेद
(B) ऋग्वेद
(C) उपनिषद
(D) सामवेद अथर्ववेद
Correct Answer : B
Explanation :
ऋग्वेदको चारों वेदों में सबसे प्राचीन माना जाता है।
ऋग्वेद में सबसे पवित्र नदी का जिक्र था ?
(A) गंगा
(B) सिन्धु
(C) सरस्वती
(D) यमुना
Correct Answer : C
Explanation :
वैदिक काल मेंसरस्वतीकी बड़ी महिमा थी और इसे 'परम पवित्र' नदी माना जाता था, क्यों कि इसके तट के पास रह कर तथा इसी नदी के पानी का सेवन करते हुए ऋषियों ने वेद रचे और वैदिक ज्ञान का विस्तार किया।
वैदिक युग के लोगों द्वारा सर्वप्रथम किस धातु का प्रयोग किया गया था ?
(A) लोहा
(B) सोना
(C) ताँबा
(D) चाँदी
Correct Answer : C
Explanation :
वैदिक लोगों द्वारातांबा (Copper)धातु का प्रयोग पहले किया गया था।
प्राचीन हिन्दू विधि का लेखक किसको कहा जाता हैं ?
(A) पाणिनी
(B) वाल्मीकि
(C) मनु
(D) वशिष्ठ
Correct Answer : C
Explanation :
वेदों का महत्वपराशर, कात्यायन, याज्ञवल्क्य, व्यास, पाणिनीआदि को प्राचीन काल के वेदवेत्ता कहते हैं।
वैदिक युग में ?
(A) बहुविवाह प्रथा अज्ञात थी
(B) बाल विवाह प्रमुख था
(C) विधवा पुनर्विवाह कर सकती थी
(D) अनुलोम विवाह स्वीकृत था
Correct Answer : D
Explanation :
वैदिक अनुष्ठानों के साथ समान वर्ण में विवाह। कन्या का पिता अपनी पुत्री को दानस्वरुप में किसी पुरोहित अथवा पंडित को दान कर देता था। आर्ष विवाह में वर पक्ष से गऊ का जोड़ा लेकर कन्यादान किया जाता है। दहेज के बिना किया गया विवाह।