1. 'प्रेषण' शब्द में प्रयुक्त उपसर्ग है 'प्र'। यह उपसर्ग क्रियाओं के अर्थ में 'आगे बढ़ाना', 'प्रचार करना', 'प्रयोग करना', 'प्रहार करना', 'प्रयत्न करना' आदि का बोध कराता है।
2. 'प्रेषण' शब्द का मूल शब्द है 'सहन'। 'प्र' उपसर्ग के जुड़ने से 'प्रेषण' शब्द बनता है, जिसका अर्थ है 'आगे भेजना'।