भारत के संविधान के अनुच्छेद 32 और 226 के तहत कितने प्रकार की रिट जारी की जा सकती हैं?
(A) 4
(B) 6
(C) 5
(D) 7
1. भारत के संविधान के अनुच्छेद 32 और 226 के तहत, निम्नलिखित पांच प्रकार की रिट जारी की जा सकती हैं।
2. यह रिट उच्च न्ययालय व्यक्ति के मौलिक अधिकारों को प्रवर्त करने लिए 5 प्रकार की रिट (Writ) जारी कर सकता है। वह हैं -
1.बंदी प्रत्यक्षीकरण
2. परमादेश
3. प्रतिषेध
4. उत्प्रेषण
5. अधिकार पृच्छा
भारत में, केंद्र और राज्य सरकारों की सभी प्राप्तियों और व्यय की संपरीक्षा करने की जिम्मेदारी निम्नलिखित में से किसकी होती है?
(A) भारत के महान्यायवादी
(B) महाधिवक्ता
(C) संघ लोक सेवा आयोग
(D) नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक
1. भारत के एक नियंत्रक-महालेखापरीक्षक होगा जिसकेा राष्ट्रपति अपने हस्तााक्षर और मुद्रा सहित अधिपत्र द्वारा नियुक्त करता हैं।
2. नियंत्रक-महालेखापरीक्षक के कार्यालय के प्रशसनिक व्यय, जिनके अंतर्गत उस कार्यालय में सेवा करने वाले व्यक्तियों को या उनके संबंध सभी में देय वेतन, भत्ते ओर पेंशन है, भारत की संचित निधि पर भारित होंगे।
भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक सबंधित अनुच्छेद निम्न हैं।
- अनुच्छेद 148 - भारत के नियंत्रक-महालेखापरीक्षक
- अनुच्छेद 149 - भारत के नियंत्रक-महालेखापरीक्षक के कर्तव्य एवं शक्तियां
- अनुच्छेद 150 - संघ के और राज्यों के लेखाओं का प्रारूप
- अनुच्छेद 151 - लेखापरीक्षा प्रतिवेदन
1. संसद के पास संघ सूची में शामिल किसी भी मामले के संबंध में कानून बनाने की विशेष शक्तियाँ अनुच्छेद 246 प्राप्त हैं।
2. संघ सूची में राष्ट्रीय हित के 100 विषय शामिल हैं और यह तीनों सूचियों में सबसे बड़ी है।
3. इस सूची से संबंधित विषयों पर कानून बनाने का अधिकार केंद्र के पास होता है।
4. इस सूची में शामिल कुछ महत्त्वपूर्ण विषय जैसे रक्षा, रेलवे, पोस्ट और टेलीग्राफ, आयकर, कस्टम ड्यूटी, आदि हैं।
(A) अनुच्छेद 287
(B) अनुच्छेद 246
(C) अनुच्छेद 362
(D) अनुच्छेद 352
भारत के संविधान का अनुच्छेद 148 ________ के एक स्वतंत्र कार्यालय का उपबंध करता है।
(A) भारत के महान्यायवादी
(B) भारत के राष्ट्रपति
(C) भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक
(D) राज्य के महाधिवक्ता
1. भारत के संविधान का अनुच्छेद 148 नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) के एक स्वतंत्र कार्यालय का उपबंध करता है।
2. भारत के नियंत्रक और महालेखापरीक्षक भारत के संविधान के तहत एक स्वतंत्र प्राधिकरण है।
3. वह भारत सरकार और राज्य सरकारों के सभी वित्तीय लेनदेनों की लेखा परीक्षा करता है।
बहु-राज्य सहकारी समिति (संशोधन) विधेयक, 2022 के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
A. लोकसभा ने इस विधेयक को संसद की संयुक्त समिति के पास भेज दिया, जिसमें निचले सदन के 21 सदस्य और उच्च सदन के 10 सदस्य शामिल थे।
B. इस विधेयक में चुनावी सुधार लाने के लिए एक 'सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण' स्थापित करने का भी प्रस्ताव है।
C. विधेयक में एक अनुच्छेद - 63A भी है, जो 'रुग्ण बहु-राज्य सहकारी समितियों के पुनरुद्धार के लिए 'सहकारी पुनर्वास, पुनर्निर्माण और विकास निधि की स्थापना' से संबंधित है।
(A) केवल A और B
(B) A, B और C
(C) केवल B और C
(D) केवल A और C
बहु-राज्य सहकारी समिति (संशोधन) विधेयक, 2022 के संबंध सभी कथन सही हैं।
A. लोकसभा ने इस विधेयक को संसद की संयुक्त समिति के पास भेज दिया, जिसमें निचले सदन के 21 सदस्य और उच्च सदन के 10 सदस्य शामिल थे।
B. इस विधेयक में चुनावी सुधार लाने के लिए एक 'सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण' स्थापित करने का भी प्रस्ताव है।
C. विधेयक में एक अनुच्छेद - 63A भी है, जो 'रुग्ण बहु-राज्य सहकारी समितियों के पुनरुद्धार के लिए 'सहकारी पुनर्वास, पुनर्निर्माण और विकास निधि की स्थापना' से संबंधित है।
संविधान अनुच्छेद 74 के अनुसार राष्ट्रपति के कार्य को संपन्न करने के लिए एक मंत्री परिषद होगी और उसका प्रधान किसे बनाया गया है ?
(A) प्रधानमंत्री
(B) राष्ट्रपति
(C) कैबिनेट मंत्री
(D) लोकसभा अध्यक्ष
भारत के प्रधान मंत्री भारत के प्रधान मंत्री भारत सरकार के प्रमुख होते हैं।
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 75 के अनुसार, राष्ट्रपति प्रधान मंत्री की नियुक्ति करता है।
अनुच्छेद 78 में कहा गया है कि प्रधान मंत्री सदस्यों की परिषद द्वारा लिए गए सभी निर्णयों की जानकारी राष्ट्रपति को देते हैं। अतः, विकल्प 1 सही है।
राष्ट्रपति सदस्यों की परिषद के विचार के लिए मुद्दों का उल्लेख भी कर सकते हैं।
कार्यकारी शाखा भारत के राष्ट्रपति का केंद्रीय सलाहकार और मंत्रिपरिषद का प्रमुख भी है।
प्रधानमंत्री भारतीय संसद के दोनों सदनों, लोकसभा और राज्यसभा में से किसी एक का प्रतिनिधि हो सकता है, हालाँकि, उसे लोकसभा में अधिक हिस्सेदारी वाले किसी वैचारिक समूह या गठबंधन का प्रतिनिधि होना चाहिए।
दल-बदल के आधार पर निर्वाचित सदस्यों की अयोग्यता सम्बन्धी विवरण संविधान की किस अनुसूची में दिया गया है ?
(A) 8th
(B) 9th
(C) 10th
(D) 11th
दसवीं अनुसूची को 1985 में 52वें संशोधन अधिनियम द्वारा संविधान में शामिल किया गया था।
यह दल-बदल विरोधी कानून से संबंधित है यानी दल-बदल के आधार पर अयोग्यता के प्रावधान।
जांच के आधार पर अयोग्यता संबंधी प्रश्नों पर निर्णय:-
यदि कोई प्रश्न उठता है कि क्या किसी सदन का कोई सदस्य इस अनुसूची के तहत अयोग्यता के अधीन हो गया है, तो प्रश्न को सभापति के निर्णय के लिए भेजा जाएगा या, जैसा भी मामला हो, ऐसे सदन के अध्यक्ष और उनका निर्णय होगा अंतिम बशर्ते कि जहां प्रश्न यह उठता है कि क्या सदन का अध्यक्ष या अध्यक्ष ऐसी अयोग्यता के अधीन हो गया है, तो प्रश्न को सदन के ऐसे सदस्य के निर्णय के लिए भेजा जाएगा जिसे सदन इस संबंध में चुन सकता है। और उसका निर्णय अंतिम होगा.
भारत के संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर का जन्म कब हुआ ?
(A) 12 जनवरी
(B) 18 फरवरी
(C) 14 अप्रैल
(D) 23 जनवरी
संविधान में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक का प्रावधान किस अनुच्छेद में है ?
(A) 108
(B) 110
(C) 173
(D) 166
ऐसे दो अपवाद हैं जब संयुक्त बैठक नहीं बुलाई जा सकती। वे निम्नलिखित बिलों के लिए हैं:
संविधान संशोधन विधेयक: अनुच्छेद 368 के अनुसार, संविधान में संशोधन केवल दोनों सदनों में 2/3 बहुमत से किया जा सकता है। दोनों सदनों के बीच असहमति की स्थिति में संयुक्त बैठक का कोई प्रावधान नहीं है।
धन विधेयक (अनुच्छेद 110): संविधान के अनुसार, धन विधेयक को केवल लोकसभा की मंजूरी की आवश्यकता होती है।
भले ही राज्यसभा धन विधेयक को 14 दिनों के भीतर पारित नहीं करती है, फिर भी 14 दिन समाप्त होने के बाद विधेयक को दोनों सदनों द्वारा पारित माना जाता है।
राज्यसभा उस विधेयक पर सिफारिशें कर सकती है जिसे लोकसभा को स्वीकार करना आवश्यक नहीं है।
इस प्रकार, धन विधेयक के मामले में, संयुक्त बैठक की आवश्यकता उत्पन्न नहीं होती है।
भारत में, राज्य के महाधिवक्ता की नियुक्ति कौन करता है?
(A) राज्य का राज्यपाल
(B) भारत के प्रधान मंत्री
(C) भारत के राष्ट्रपति
(D) राज्य के मुख्यमंत्री
भारत में राज्य के महाधिवक्ता की नियुक्ति:
1. नियुक्तिकर्ता: राज्यपाल
2. योग्यता: उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त होने के लिए अर्हित
3. कार्यकाल: राज्यपाल के प्रसाद पर्यन्त
4. पारिश्रमिक: राज्यपाल द्वारा निर्धारित
5. उनके कर्तव्यों को संविधान के अनुच्छेद 165 और 177 में दिया गया है।
अतिरिक्त जानकारी:
1. महाधिवक्ता राज्य का सर्वोच्च कानून अधिकारी होता है।
2. वह राज्य सरकार को उसके सभी कानूनी मामलों में सहायता प्रदान करता है।
3. वह राज्य सरकार के हितों की रक्षा और सुरक्षा भी करता है।Get the Examsbook Prep App Today